* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ विधानसभा सीट पर 2023 के चुनाव के लिए कांग्रेस टिकटार्थियों में केवल बलराम वर्मा ही एकमात्र ऐसा नेता और कार्यकर्ता है जिसका आंदोलनों और संघर्षों का इतिहास है। जनता की आवाज के मामलों में सभी बलराम वर्मा से पीछे ही नहीं बहुत पीछे हैं।
* बलराम वर्मा छात्र जीवन से ही संघर्षों से जूझने लगे और हर समय जनता के मजदूर किसान व्यापारी,नौजवानों के साथ खड़े रहे हैं। कालेज आंदोलन, थर्मल,सिंचाई पानी,सूरतगढ़ फार्म,जिला बनाओ आदि अनेक आंदोलनों का 40 सालों का इतिहास रहा है।
सूरतगढ 2008 में सामान्य सीट हुई तब से जिनको कांग्रेस की टिकट दी जाती रही है उनका कोई संघर्ष आंदोलन में नाम भी नहीं रहा। जहां धरना प्रदर्शन दिखाना हो वहां तो कुछ कांग्रेसी चेहरा दिखाते रहे हैं।
वर्मा को अनेक चुनावों का अनुभव है। सूरतगढ़ नगरपालिका पार्षद रह चुके हैं। रामपुरा पंचायत से सरपंच रह चुके हैं। सन 2003 में विधानसभा चुनाव पीलीबंगा सीट पर 18 हजार वोट और सूरतगढ़ सीट पर 40 हजार वोट मिलने का रिकॉर्ड रहा है।०0०
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