आयो वोटां रो जमानो नेता वोट मांगता फिरै. *काव्य: करणीदानसिंह राजपूत *
आयो वोटां रो जमानो
बदमाश भी वोट मांगता फिरै
जाणै बदमाशी गांव अर ढाणी
मीडिया चावै कीं मिल जावै।
आयो वोटां रो जमानो
चोर उच्चका भी वोट मांगता फिरै
जाणै चोर नै शहरवासी
फेर भी एकदूजे नै पूछै।
आयो वोटां रो जमानो
बलात्कारी भी वोट मांगता फिरै
चरचा पीड़िता रै बयान री
फेर भी एकदूजे नै पूछै।
आयो वोटां रो जमानो
बदमाश भी वोट मांगता फिरै
नेता एक दूजे सूं पूछै
बात नै आगै बढावै।
आयो वोटां रो जमानो
बदमाश वोट भी मांगता फिरै
नेता पूछै मजा लेवता
एक तो खत्म होयो।
नांव मोटो परिवार रो
पण छिप नहीं रही बातां
चुनाव लड़नै सूं पैला
हार गया नेताजी गली गली।
आयो वोटां रो जमानो
बदमाश भी वोट मांगता फिरै
जाणै बदमाशी गांव अर ढाणी
मीडिया चावै कीं मिल जावै।
आयो वोटां रो जमानो
मीडिया पूछै काईं होयो
पण न छापै न चैनल चलावै
मीडिया चावै कीं मिल जावै।
आयो वोटां रो जमानो
बदमाश भी वोट मांगता फिरै
जाणै बदमाशी गांव अर ढाणी
मीडिया चावै कीं मिल जावै।
नेता बडा हुशियार
मीडिया सूं पूछै है
कणा छापोला न्यूज
कणा चलाओ ला चैनल।
आयो वोटां रो जमानो
मीडिया ज्यादा हुशियार
केस री कापी लाद् यौ
अदालती बयान लाद् यौ।
नेता बोलै म्हारो नांव नीं आवै
थै ल्यावो अर थै ही छापो
मीडिया नै तो केस बयान
मिल जावै छापो बेगो सो।
आयो वोटां रो जमानो
नेता बड़ा हुशियार
कैवे मीडिया सूं बेगी सी
उड़ादो फकियां एक री।
आयो वोटां रो जमानो
बदमाश भी वोट मांगता फिरै
जाणै बदमाशी गांव अर ढाणी
मीडिया चावै कीं मिल जावै।
आयो वोटां रो जमानो
सच झूठ रो टैम आयो
काईं साच काईं झूठ
बट निकालो बैर निकालो।
मीडिया चावै कीं मिल जावै
नेताजी देवे आपरी स्टोरी फोटो
काईं काईं करया जन काज
मीडिया नै बेगी सूं दे देवो।
नेताजी दूजां घरां नां झांको
थारी भी कथा कहाणिया
बक देवेला दूजा नेता भायला
जनता भोली नईं रैयी नेताजी।
आयो वोटां रो जमानो
बदमाश भी वोट मांगता फिरै
जाणै बदमाशी गांव अर ढाणी
मीडिया चावै कीं मिल जावै।
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15 जुलाई 2023.