श्रीगंगानगर फिरौती और फायरिंग कांडों में 3 गिरफ्तारियां.बीकानेर के तीनों,एक भीनासर का ओसवाल
* दि. 17 नवंबर 2020.
श्री गंगानगर के व्यापारी एलडी मित्तल से एक करोड़ की फिरौती मांगने और उनके दामाद शुभम पर फायरिंग करने के आरोप में 8 दिन में पुलिस को कामयाबी मिली और 3 युवक बीकानेर क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए।
मोहनलाल उर्फ मोनू जालप ( 24)पुत्र लीलाधर कुम्हार दुलमेरा लूणकरणसर निवासी को पकड़ा गया जो पंजाब के सोपू गैंग से और लॉरेंस ग्रुप से जुड़ा हुआ है। फेसबुक पर अपना पेज भी बनाया हुआ है और उस अकाउंट में अनेक लोग जुड़े हुए हैं। फेसबुक पेज पर जो फोटो लगा हुआ है उसमें टेलीफोन नंबर और लारेंस ग्रुप से जुड़े होने का हवाला तक दिया हुआ है।
आश्चर्य यह है कि यह फेसबुक पेज प्रिंस मोनू जालप के नाम से संचालित है। क्रांतिकारियों का हवाला और लड़कियों की सुरक्षा करने कराने का हवाला देकर छात्रों और युवाओं को भ्रमित कर अपने जाल में फंसाते हैं। अपराध जगत से जोड़ते हैं। छात्र संगठन सोपू पंजाब में बना लेकिन इसका कोई अस्तित्व नहीं है।
पुलिस ने भंवरलाल ( 22)पुत्र नेमाराम गांव नोईया श्री कोलायत और सौरभ पटवा( 26) पुत्र निर्मलकुमार ओसवाल जैन भीनासर बीकानेर को भी गिरफ्तार किया है। भंवरलाल बीकानेर केन्द्रीय बस स्टैंड के पास मोबाइल दुकान पर और सौरभ पटवा रेलवे स्टेशन के पास मोबाइल दुकान पर काम करते हैं। पहले दोनों एक दुकान पर थे जहां इनकी जानपहचान मोहनलाल से हुई। किसी दूसरे की आईडी टैंपर कर उस पर सिम जारी कर मोहनलाल को दी। उससे धमकियां दी गई थी।
कार में सवार शुभम पर मोटर साईकिल पर सवार दो ने 6 फायर किए थे। वह बच गया।
इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई।
सूरतगढ़ के वृताधिकारी विद्या प्रकाश और श्री गंगानगर के वृताधिकारी श्री इस्माईल खान के देखरेख में खोजी दल गठित किया गया।
साइबर सेल के कांस्टेबल पवन लिम्बा की पकड़ में मोबाइल सिम आई जिससे धमकियां दी गई थी।
मोहनलाल उर्फ मोनू जालप के कहने पर भंवरलाल और सौरभ ने किसी के आधार कार्ड से सिम जारी करवाई और उसके बाद उसका इस्तेमाल धमकियाँ देने में किया गया।
पुलिस ने रविवार को इनको गिरफ्तार किया। सोमवार को अदालत में पेश किया। मोहनलाल का रिमांड मिला भंवरलाल और सौरभ को जेसी किया गया है।
अभी इस मामले की अनेक कड़ियां जोड़नी बाकी है। अभी फायरिंग करने वाले दो की गिरफ्तारी भी बाकी है।
तीनों की दोस्ती, फायरिंग वाली गन,मोटरसाइकिल,आधार कार्ड किसका और सिम कहां से किस कं की ली गई थी। अभी खोज के बाद और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।००