मातृवंदना तेरापंथ सभागार का लोकार्पण-सूरतगढ़ समाचार.
सूरतगढ़ 27फरवरी 2020.
जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के संरक्षक और पूर्व पालिकाध्यक्ष सोहन लाल रांका "सहज" द्वारा अपनी माताजी श्रीमती दाखां देवी रांका की याद में तेरापंथ भवन में नव निर्मित"मातृ वंदना तेरापंथ सभागार" का लोकार्पण कार्यक्रम रखा गया। माता जी की पुण्यतिथि 27 फरवरी पर यह लोकार्पण किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री माणकचन्द बोरड़ (अध्यक्ष जैन सभा श्रीगंगानगर) ने की, मुख्य अतिथि के रूप में श्री गंगाजल मील (पूर्व विधायक, सूरतगढ़) व विशिष्ट अतिथियों में श्री ओमप्रकाश कालवा (अध्यक्ष नगर पालिका, सूरतगढ़)और हरिमोहन सारस्वत 'रूंख' (साहित्यकार) थे।
इस अवसर पर समणी नियोजिका मल्लि प्रज्ञा जी, समणी सम्यक्तव प्रज्ञा जी व समणी भास्कर प्रज्ञा जी का सानिध्य प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम की शुरूआत रांका परिवार की महिलाओं द्वारा मंगलाचरण से हुई।
अतिथियो का स्वागत माँगी लाल रांका (अध्यक्ष श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ आंचलिक समिति) ने किया।
सोहन लाल रांका ने भवन निर्माण की परिकल्पना पर जानकारी दी,और मां पर अपनी स्व रचित कविता भी सुनाई।अणुव्रत समिति के अनिल रांका ने जीवन विज्ञान और अणुव्रत के बारे में बताया व अतिथियों से निवेदन किया कि सूरतगढ़ के कॉलेज में जीवन विज्ञान विषय की स्नातकोत्तर क्लासेज आरंभ करवाई जाए।
विशिष्ट अतिथि हरीमोहन सारस्वत ने कहा कि हमें समाज के लिए कार्य करने चाहिए। इसके लिए रांका जी से प्रेरणा ले सकते है।
ओमप्रकाश कालवा ने कहा कि ये भवन सिर्फ एक समुदाय के लिए ही नही बल्कि सम्पूर्ण सूरतगढ के लिए उपयोगी होगा।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए गंगाजल मील ने कहा कि वे जीवन विज्ञान विषय के लिए पूरा प्रयास करेंगे।उन्होंने कहा कि हमें समाज से सिर्फ़ लेना ही नही बल्कि समाज के लिए कुछ करना भी चाहिए।
कार्यक्रम अध्यक्ष बोरड़ जी ने भी सोहन लाल रांका की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमें इनसे प्रेरणा लेकर समाज के लिए जितना संभव हो तन, मन, धन से कार्य करना चाहिए।
कार्यक्रम अध्यक्ष ने सभागार की चाबी तेरापंथ सभा अध्यक्ष आनंद जैन व मंत्री पवन जैन को सौपी।
समणी सम्यक प्रज्ञा ने अपनी भावनाएं गीतिका के माध्यम से प्रस्तुत की, समणी भास्करप्रज्ञा ने भी समाज को प्रेरित करते हुए उदबोधन दिया। समणी मल्लिप्रज्ञा ने अपने प्रेरणा पाथेय में कहा कि हमें जीवन मे विसर्जन को भी महत्व देना चाहिए, सिर्फ़ एकत्रित करने से लाभ नही होता। विसर्जन का भी अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है। माता के ऋण को कोई भी नही उतार सकता, पर माँ को याद करना और उनके नाम पर समाज के लिये कुछ करना बड़ी बात है।
हमें अपने संस्कार नही भूलने चाहिए।
अन्त में तेरापंथ सभा अध्यक्ष आनन्द जैन ने सोहन लाल रांका व सभी अतिथियों ओर सम्पूर्ण श्रावक समाज का धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में श्रीमती मंजू गोलछा (पूर्व अध्यक्ष तेरापंथ महिला मंडल, सिरसा), धर्मचंद बांठिया (अध्यक्ष तेरापंथ सभा, रायसिंहनगर) ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में सूरतगढ़ के अलावा श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, रायसिंहनगर, सिरसा, पीलीबंगा, लूणकरणसर आदि स्थानों से आए श्रावक-श्राविकाओं ने भी भाग लिया।
मंच संचालन भरत ऋषि रांका ने किया।
तेरापंथ सभा, महिला मंडल, युवक परिषद और रांका परिवार ने संपूर्ण व्यवस्था की।०००