- करणी दान सिंह राजपूत -
श्री गंगानगर में महेश पेड़ीवाल के भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश से हड़कंप मचा है और दो चार दिन बाद इसका असर और अधिक देखने को मिलेगा। राधेश्याम के बड़े कद के आगे राजनीति उनके चारों ओर ही घूम रही थी। राधेश्याम परिवार के अलावा संजय महिपाल,प्रहलादराय टाक श्रीगंगानगर टिकट के प्रभावशाली दावेदारों में चल रहे थे।
महेश पेड़ीवाल को भाजपा में पुनः लिए जाने से दावेदारों में एक और बढ़ोतरी हो गई।
श्रीगंगानगर सीट पर इन दावेदारों के समर्थक भी इधर-उधर होंगे।
श्रीगंगानगर की राजनीतिक हलचल का सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के टिकट पर प्रभाव पड़ेगा।
पहले माना जा रहा था कि अशोक नागपाल को श्रीगंगानगर से टिकट दिया जा सकता है।( जब नागपाल काम भाजपा से निलंबन खत्म किया गया)।
राजनीतिक क्षेत्रों में यह चल रहा था कि अरोड़ा समुदाय के कारण अशोक नागपाल को श्री गंगानगर सीट से टिकट दी जा सकती है और चुनाव लड़ाया जा सकता है।
श्रीगंगानगर में राधेश्याम परिवार के अलावा भी अन्य सभी दावेदारों के प्रभावशाली होने से अब लगता है कि अशोक नागपाल को श्री गंगानगर के बजाय सूरतगढ़ से टिकट मिलने की संभावना अधिक रहेगी और अशोक नागपाल सूरतगढ़ पर ही दावेदारी जताएंगे। ऐसी स्थिति में वर्तमान विधायक राजेंद्र सिंह भादू और पूर्व राज्य मंत्री रामप्रताप कासनिया की दावेदारी प्रभावित हो सकती है। वर्तमान विधायक राजेंद्र सिंह भादू के विरुद्ध कोई बड़ा आरोप भी अभी तक सामने नहीं आया है और न कांग्रेस, बसपा आदि की ओर से लगाया गया है। यदि किसी भी कारण से भादू को टिकट से वंचित किया जाता है और अन्य को टिकट दी ही जाएगी तब अशोक नागपाल का दावा अधिक मजबूत होगा।
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