प्रथम पुण्यतिथि 15 दिसम्बर 2015.
आपातकाल 1975 के घोर अत्याचारी शासन का विरोध कर प्रदर्शन के साथ गिरफ्तारी देने व जेल भोगने वाले लोकतांत्रिक सेनानियों में गोपसिंह सूर्यवंशी का नाम सदा पढ़ा जाएगा। गोपसिंह 15 दिसम्बर 2014 को इस संसार से कूच कर गए।
छात्र जीवन से ही संघर्षमयी जीवन जीते रहने वालों में गोपसिंह रहे। नगरपालिका में पार्षद भी रहे। अनेक सामाजिक समस्याओं को उठा का सरकार का ध्यान जगाने वालों में रहे। राजकीय महा विद्यालय में वाणिज्य संकाय खुलवाने का मुकद्दमा 12 साल तक अदालतों में चला जिसमें सूरतगढ़ के करीब 27 जनों ने यह स्ंाघर्ष किया। इसमें बरी हुए।
राजकीय चिकित्सालय में महिला रोग विशेज्ञ महिला डाक्टर की मांग को लेकर आमरण अनशन भी किया था।
क्रांतिकारी विचारधारा के धनी गोपसिंह नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जीवनी से भी प्रभावित थे। सुभाष जयंती पर नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन करने का कर्तव्य निभाने में आगे रहे। युवावस्था का एक चित्र यहां प्रकाशित किया जा रहा है।
प्रस्तुतकर्ता-अग्रज करणीदानसिंह राजपूत।
:::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::