कासनिया ही पावरफुल.भाजपा राज के 2 साल:सूरतगढ़ की स्थिति.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 16 दिसंबर 2025.
राजस्थान में भाजपा की भजनलाल शर्मा सरकार के 2 वर्ष सफलता से पूर्ण होने पर सूरतगढ़ में सबसे अधिक पावरफुल रामप्रताप कासनिया सिद्ध हुए हैं जिनके ईशारे पर ही प्रशासन चल रहा है। लोगों का मानना है और यह जन चर्चा में बखान हो रहा है कि कासनिया के चाहने ना चाहने के अनुसार ही पत्ता हिलता है। लोगों के दो विभागों नगरपालिका और पुलिस में अधिक परेशानी या समस्या आती है,जहां इस समय भाजपा नेताओं में केवल रामप्रताप कासनिया की ही चलती है। भाजपा के अन्य नेता नेतियां तो नगरपालिका और पुलिस विभागों में फोन तक नहीं कर पाते। ये दो विभाग हैं जहां लोगों के काम सर्वाधिक पड़ते हैं। भाजपा में पूर्व राज्यमंत्री रामप्रताप कासनिया और उनके बेटे संदीप कासनिया ही सबसे अधिक पावरफुल होने के कारण लोग काम पड़ने पर इनके पास ही पहुंचते हैं। संदीप कासनिया ही लोगों की समस्याएं सुनते हैं तथा विभागों में फोन करते हैं तथा बड़े समस्याओं से संबंधित कामों पर रामप्रताप कासनिया समाधान करवाते हैं। सूरतगढ़ में भाजपा के अन्य खेमे तो हैं मगर उनकी रत्ती भर भी चलती नहीं। लोगों में कासनिया और अन्य में कितनी पावर की यदा कदा सर्वदा चर्चा होती रहती है और चर्चाओं में बातचीत में कासनिया ही सबसे ऊपर नजर आते हैं। कासनिया पिता पुत्र अपनी कोठी पर उपलब्ध रहते हैं जहां से लोगों की सुनवाई और काम होते हैं अन्य नेताओं का कोई 'ठिकाना' ही बनाया हुआ नहीं है जहां वे लोगों को हर समय उपलब्ध हों। अन्य की यह सबसे बड़ी कमजोरी है कि चाय पानी के खर्च से डर कर वे अपना कोई 'ठिकाना' नहीं बना पाए हैं। राजस्थान में भाजपा की सरकार के 2 सालों के पूर्ण होने पर यही राजनैतिक समीक्षा है कि सर्वाधिक पावरफुल कासनिया पिता पुत्र हैं। भाजपा के अन्य नेता पदाधिकारी तो सरकारी कार्यालयों में अपने फोन से एक पन्ना तक नहीं पलटा सकते। लोगों को दूर रखने से चायपानी दफ्तर खर्चे से डर कर पावरफुल नहीं बन सकते। भाजपा और अन्य दलों से भाजपा में आए लोगों की पावर है नहीं और राजनीति बेहद कमजोर है। जिला स्तरीय नेताओं पदाधिकारियों तक की नहीं चलती। कासनिया के विरूद्ध गुपचुप मोर्चा भी खोलते हैं लेकिन फुस्स हो जाते हैं।0०