नगरपालिका में करोड़ों के ठेकों में गड़बड़ी उजागर. सूरतगढ़ रिपोर्ट.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 18 मई 2025.
प्रशासक की जांच में उजागर हुई गड़बड़ी.
* दमकल विभाग में गड़बड़ी. आग लगी तो शहर खाक हो जाएगा.
नगर पालिका सूरतगढ़ में विभिन्न कार्यों के ऑनलाइन निविदा आमंत्रित करने के मामले में भी लगातार गड़बड़ियां हो रही है। इन गड़बड़ियों की शिकायतें भी हो रही है। * करोड़ों रुपये के एक ओन लाईन ठेके में स्वीकृति का गड़बड़ मामला उजागर हुआ है जिसमें दस्तावेज आदि संपूर्ण कार्य बहुत जल्दबाजी में निपटा कर स्वीकृति पत्र तैयार कर दिया गया। इसकी शिकायत हुई। नगरपालिका प्रशासक
संदीप कुमार काकड़ द्वारा की जांच में गड़बड़ी सामने आई। सूचना है कि इस ठेके को निरस्त कर दिया गया है।
*नगर पालिका क्षेत्र में विभिन्न वार्डों में सफाई कार्य हेतु अस्थाई सफाई श्रमिकों की आपूर्ति का कार्य ऑनलाइन ठेका आमंत्रित किया गया। सूचना है कि 19 अप्रैल 2025 अंतिम तिथि थी। इसमें कुल 7 संवेदकों ( ठेकेदारों) ने ओन लाईन टेंडर किए। 21 अप्रैल को कागजात दस्तावेज तैयार किए गए। इनमें केवल दो दिन में ही समूचे कागजात जांच आदि पूरी करली गई। एक स्वीकृति सूची बनाई गई,क्रमांक 178 दिनांक 21.4.2025 जिस पर भंडारपाल,लेखाकार, सहायक अभियंता के हस्ताक्षर और अधिशासी अधिकारी पूजा शर्मा के डिजिटल हस्ताक्षर थे। अधिशासी अधिकारी पूजा शर्मा के हस्ताक्षर 22 अप्रैल 2025 को हुए और उसके बाद में यह पत्र नगरपालिका प्रशासक उपखंड अधिकारी संदीपकुमार काकड़ के पास भेजा गया। प्रशासक के हस्ताक्षर के बाद यह ठेका स्वीकृत हो जाता और कार्य आदेश भी जारी हो जाते लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।
* सूचना है कि उससे पहले ही तीन ठेकेदार कं ने शिकायत कर दी कि उनके दस्तावेजों को गलत ढंग से अस्वीकृत किया गया है। सूचना है कि सूरतगढ़ की अनंता सेवा समिति,दी भोले शंकर कोऑपरेटिव लेबर एंड कंस्ट्रक्शन सोसाइटी लिमिटेड सिरसा और मैसर्स डायनामिक एनर्जी एंड मैन वर्क जयपुर
ने प्रमाणित रूप में शिकायत की।
*प्रशासक नगर पालिका ने जांच की तो शिकायत अनुसार उसमें गड़बड़ी हुई सामने आई। शिकायत जांच के आधार पर प्रशासक ने स्वीकृति नहीं दी।
* सूचना अनुसार इस ऑनलाइन तकनीकी विड में सात संवेदकों को की विड प्राप्त हुई थी।
1-युवा जागृति संस्थान हनुमानगढ़,2-चलाना ट्रेडिंग कंपनी की विड स्वीकृति घोषित हुई।
इसके अलावा 3- दी सिरसा भोले शंकर कोऑपरेटिव लेबर एंड कंस्ट्रक्शन सोसाइटी लिमिटेड सिरसा,4-लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन कंपनी सूरतगढ़, 5-राइट वे सिक्योरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड,6-अनंता सेवा समिति सूरतगढ़, और 7-मैसर्स डायनामिक एनर्जी एंड मैन वर्क जयपुर थी। इन पांच के दस्तावेज विभिन्न कारण बताते हुए निरस्त कर दिए।
* शिकायतों के बाद प्रशासक ने किसी अन्य लेखाधिकारी से जांच करवाई। इसके बाद प्रशासक ने इन 2 ठेकों की स्वीकृति नहीं दी।
👌एक बड़ा मामला इसके अलावा भी है। कुछ दिन पहले होर्डिंग का और पोल होर्डिंग जिसमें साइट प्लान की अपलोडिंग नहीं की गई।
इसकी भी शिकायत हुई। इसमें रेट कम थे उसी ने शिकायत की और इसमें गड़बड़ी बताई गई। यह मामला भी अधर में लटका हुआ है। नगरपालिका में अभी होर्डिंग ठेका 1 अप्रैल 2025 से नहीं है,लेकिन मिलीभगत से लगातार
होर्डिंग्स पर प्रचार सामग्री लग रही है। नगरपालिका में हजारों रूपये की रसीदें कटनी चाहिए लेकिन बड़ा घपला हो रहा है। नगरपालिका प्रशासन पुराने होर्डिंग फ्रेम गर्डर आदि को जानबूझकर कर हटाने और जब्ती की कार्रवाई नहीं कर रहा।
* नगर पालिका की आम जनता की शिकायतें अलग से हो रही है जिन पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा, वे रद्दी में डाली जा रही हैं।
👌 नगरपालिका में कर्मचारियों की ड्यूटी संबंधी गड़बड़ी से सूरतगढ़ इस समय ज्वालामुखी पर बैठा हुआ है जो कभी भी शहर को जला कर खाक कर सकता है। ऐसा हुआ तो क्या होगा?
शहर की अनाज मंडी में करोड़ों रुपए का अनाज है।आसपास करोड़ों की फसलें तैयार होकर खेतों में भी हैं। नगरपालिका दमकल में से कर्मचारियों को हटाकर नगरपालिका के दफ्तर में लगाया हुआ है। सरकार के आदेश हैं कि दमकल कर्मचारियों को अन्य कामों में नहीं लगाया जाए। यहां तो घोटाला हो रहा है। दमकल के सरकार नियुक्ति कर्मचारियों को दफ्तर में लगाया हुआ है और ठेके पर लिए कर्मचारियों को दमकल विभाग में लगाया हुआ है जिनकी कार्य क्षमता का मालुम नहीं है। आश्चर्य यह है कि स्वीकृत पदों से अधिक भी हैं।
👌यदि अग्निकांड हो जाए तो पूरा शहर जलने के कगार पर होगा।
का क्या हाल होगा इसका कोई अनुमान नहीं लगा सकता। खाक हो जाएगा शहर।
👌 नगर पालिका स्टाफ को
निरंतर कंट्रोल में रखने कामकाज को ध्यान में रखने के लिए प्रशासक संदीपकुमार काकड़ को प्रतिदिन नगर पालिका में कम से कम दो बार नहीं तो एक बार जरूर पहुंचना चाहिए, और कम से कम आधा घंटे से 1 घंटे तक जो सही समय 5:00 बजे से 6:00 बजे तक हो सकता है, अपनी सीट पर बैठना चाहिए। इससे जनता भी मिल सकेगी।
अभी हाल ही में नगर पालिका के बहुत बुरे हाल का पता लगा था। अतिरिक्त जिला कलेक्टर दीनानाथ बब्बल ने तहसीलदार और नायब तहसीलदार को आकस्मिक जांच के लिए भेजा तब पता लगा कि नगर पालिका में 33 कर्मचारियों में से केवल 6 कर्मचारी ही उपस्थित थे। ०0०