* करणीदानसिंह राजपूत *
प्राचीन काल में गणिकाओं को बहुत कुछ मिल जाता था और अब बिना कुछ किए गर्लफ्रैंड को धन मिल जाता है ऊंचा पद मिल जाता है।सत्ता में भागीदारी मिल जाती है। जमाना बदल रहा है या राजनीति के तरीके बदल रहे हैं। अब शार्ट कट से मिल जाए कि विचारधारा है।
गणिकाएं धनकुबेरों को या राज घराने के पावरफुल मेंबर या मालिक को नाच गाने से प्रेम से खुश करती और बहुत कुछ प्राप्त कर लेती। सत्ता में भी पद प्राप्त कर लेती और उनके कहने मात्र से फैसले हो जाते थे।
अब फ्रेंडशिप खास हो तो राज में ऊंचा पद धन दौलत सब मिल जाता है। जब कुछ भी नहीं करने वाले को ऊंचा पद मिल जाए तब कानाफूसी तो शुरू हो ही जाती है। कान में मुंह डालकर फुसफुसाया जाता है कि फ्रैंडशिप में क्या लेना देना हुआ। अब फ्रैंडशिप नहीं है या सुचारू नहीं है तो सत्ता छिन भी जाती है।
जमाने को भी दोष नहीं दिया जा सकता,जब पुराने जमाने से ही चल रहा हो तब शार्ट कट अपनाने को रोका नहीं जा सकता। जिनके पास पावर होती है वे भी शार्ट कट से प्रभावित होते हैं।
हजारों किस्से प्रेम मित्रता और सत्ता में भागीदारी के हों तब वर्तमान में सुखद चर्चा वह भी बातचीत में ही की जा सकती है।०0०
* दि. 2 मई 2025.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकारिता 61 वां वर्ष.
राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत लाईफटाईम.
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356
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