राजस्थान भाजपा की धीमी गति से काम ठप्प.जनता परेशान.
* करणीदानसिंह राजपूत *
भाजपा मेन प्रतिदिन अठारह घंटे तक कार्य करने वाले तेजगति के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं लेकिन संगठक तेज गति के नहीं है जिस कारण से भाजपा के राज्यों में संगठन के चुनाव संपूर्ण नहीं हुए जिसके कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में बहुत देरी हो रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा का कार्यकाल ही बढाया गया।
विश्व की बड़ी राजनैतिक पार्टी अपने पार्टी अपने ही संविधान पर नहीं चल पा रही।
पार्टी संविधान के अनुसार संगठन चुनाव होते तो अब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव बहुत पहले हो चुका होता। अभी राज्यों में मंडलों और जिलों की कार्यकारिणियों का गठन तक नहीं हो पाया। यह देरी पार्टी की गति को धीमी करती है। आखिर अकेला नगर मंडल अध्यक्ष अकेला जिलाध्यक्ष और अकेला राज्य अध्यक्ष कुछ भी नहीं कर पा रहे। सभी जगह काम ठप्प पड़े हैं। कार्यकर्ताओं में निराशा छा रही है कि वे आगे जनता से किए वादों को पूरा करने में पिछड़ रहे हैं। आखिर लोग कब तक इंतजार करें। हर जगह यह चर्चा होती है कि जनता के काम नहीं हो रहे। राजस्थान में तो एक मजाक चल पड़ा है कि भजनलाल सरकार कहीं चलती दिखाई दे रही है? लोगों के काम कहीं नहीं हो रहे। राजधानी जयपुर में भी नहीं हो रहे। सचिवालय में भी जैसे हो रहे हैं उसकी समीक्षा की जा सकती है। पिछली सरकार ने अपने चहेतों को सरकारी अधिकारियों को जहां फिट किया वे वहीं है। जनता के काम वे नहीं करते। अपने कांग्रेसी आकाओं ( पूर्व मंत्रियों) के प्रति ही उनकी निष्ठा बनी हुई है। कार्यालयों में अनेक अधिकारी 10-15 सालों से एक ही जगह जमे हैं और वे भाजपा के नेताओं को ही नहीं समझते सो कार्यकर्ता तो कुछ भी नहीं है। सभी को बदलना बहुत जरुरी है लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ का इस ओर ध्यान ही नहीं है। मंत्रालयों से जो आदेश निर्देश होते हैं वे जिलों तक खंड स्तर अधिकारियों तक आते दम तोड़ देते हैं। एक ही उदाहरण से समझ में आ जाएगा। संपूर्ण प्रदेश में पीएचईडी अधिकारियों के निकम्मे पन ने पेयजल संकट खड़ा कर रखा है। हर जगह हजारों कनेक्शन पाईप लाइनें तोड़ कर लोगों ने कर रखे हैं जिनको हटाया नहीं गया और पुलिस कार्रवाई नहीं की गई। अधिकारी शहरी वार्डों में खुद जांच को नहीं निकलते कि कहां किसने अवैध कनेक्शन कर रखे हैं। व्यावसायिक कार्यों पर अवैध कनेक्शन नहीं काटे जा रहे। ऐसे में असली उपभोक्ताओं तक पानी नहीं पहुंच रहा। अवैध वालों की मौज और असली को परेशानी। गर्मी आने पर शोर शराबा होता है तब सरकार जागती है और जल्दबाजी में फिर पेयजल पहुंचाने के नाम पर लूट होती है। गर्मियों का प्रबंधन सर्दियों में ही तैयार क्यों नहीं होता। पानी के लिए लोग पानी की टंकियों पर चढते हैं या सड़कों पर जाम लगाते हैं। अभी मुख्यमंत्री का श्रीगंगानगर जिले का दौरा था। तब सूरतगढ़ उपखंड में भोजेवाला में लोग टंकी पर चढे तब विभाग जागा। सूरतगढ़ शहर में ही अवैध कनेक्शन हजारों हैं और एक नहीं काटा गया। सारे राज्य में एक विभाग का यह बुरा हाल है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दो ट्वीट बयानों से दिल्ली तक हलचल मची लेकिन यह विभाग फिर से सो गया।
भाजपा के संगठन के चुनाव में देरी के कारण ही ऐसे दुष्परिणाम सामने आते हैं। कौनसा कार्यकर्ता विभागों तक पहुंचे। सवाल यही है कि प्रधानमंत्री 16 घंटे काम करें वहां भाजपा संगठन में काम समय पर क्यों नहीं हो रहे?०0०
दि. 19 अप्रैल 2025.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकारिता 61 वां वर्ष.
( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क सचिवालय से अधिस्वीकृत लाईफटाईम)
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356
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