* करणीदानसिंह राजपूत *
श्रीगंगानगर, 16 अक्टूबर 2024.
कार्य योजना कार्यों के पर्यवेक्षण के लिये जिला परिषद सीईओ नोडल अधिकारी नियुक्त।
उपखण्ड स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण के लिये भी अधिकारी लगाये
नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जनजागरूकता के लिये जिले में विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधियां की जायेंगी। जिला कलक्टर डॉ. मंजू ने विभिन्न विभागों के सहयोग से जन समुदाय में जागरूकता हेतु विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों के लिये संबंधित अधिकारियों को दायित्व सौंपे हैं। उक्त कार्य योजना के समस्त कार्यों के पर्यवेक्षण हेतु जिला परिषद सीईओ को नोडल अधिकारी और उपखण्ड स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण के लिये अधिकारी नियुक्त किये गये हैं।
अभियान के तहत जिले में नशे की बढ़ती प्रवृति पर रोक लगाने के साथ-साथ युवाओं और आमजन को सजग करते हुए नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जायेगा। इसके अलावा वर्तमान में संचालित नशा मुक्त अभियान को अधिक व्यापक करते हुए नशा न करने के लिये प्रेरित किया जायेगा। नशे की लत लगने से रोकने के लिये आमजन और युवाओं को मानसिक रूप से सशक्त करने के लिये गतिविधियां की जायेंगी ताकि नशे से दूर रहा जा सके। प्रत्येक ग्राम, वार्ड स्तर पर समर्पित संवेदनशील और जागरूक समूह गठित किये जायेंगे, जो नशे के खिलाफ निरन्तर जन जागरूक कार्यक्रम आयोजित कर नशे का कारोबार करने वालों की सूचना पुलिस प्रशासन को देंगे ताकि नशे की आपूर्ति पर रोक लग सके।
साथ ही नशा करने वालों को नशा छोड़ने के लिये प्रेरित किया जायेगा। इसके लिये शिक्षा, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, नगरीय निकाय, पंचायती राज, राजस्व, पुलिस, परिवहन, महिला बाल विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, नेहरू युवा केन्द्र, कृषि, खेल, पशुपालन सहित विभिन्न विभागों को दायित्व सौंपते हुए उनके निर्वहन के लिये निर्देशित किया गया है। नशा छोड़ने के इच्छुक व्यक्ति को चिन्हित कर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से शिविर में पुर्नवास सेवाएं उपलब्ध करवाई जायेंगी। नशे के अवैध उत्पादों, पदार्थों के निर्माण, विक्रय, भण्डारण और उपयोग पर अंकुश तथा प्रभावी कार्यवाही के लिये उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में उपखण्ड स्तर पर कमेटी गठित की गई है। उक्त कमेटी अभियान चलाकर क्षेत्र में नशा मुक्ति के लिये आवश्यक कार्यवाही करेगी।
अभियान की कार्ययोजना के अंतर्गत समस्त कार्यों के पर्यवेक्षण के लिये जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उक्त कार्य योजना के प्रभावी नियोजन, क्रियान्वन, पर्यवेक्षण और व्यापक जनभागीदारी को सुनिश्चित करने के लिये जिला कलक्टर द्वारा उपखण्ड स्तर पर प्रभारी अधिकारी भी लगाये गये हैं। गंगानगर उपखण्ड के लिये एडीएम प्रशासन श्रीमती रीना, श्रीकरणपुर उपखण्ड के लिये एडीएम सतर्कता श्री नरेन्द्र पाल सिंह, सूरतगढ उपखण्ड के लिये सचिव नगर विकास न्यास श्री अशोक असीजा, पदमपुर उपखण्ड के लिये जिला आबकारी अधिकारी श्रीमती शिवा चौधरी, सादुलशहर उपखण्ड के लिये सहायक कलक्टर श्रीमती स्वाति गुप्ता को प्रभारी अधिकारी लगाया गया है। उक्त प्रभारी अधिकारी उपखण्ड स्तर पर कार्य योजना के अनुसार कार्यक्रमों का नियोजन, आयोजन और कार्यक्रमों में सहभागी रहकर अभियान के उद्देश्य अनुसार कार्य करेंगे।०0०