गुरुवार, 26 सितंबर 2024

सूरतगढ सिटी थाने में 80 दिनों से सीआई पद रिक्त क्यों? तुरंत सीआई लगाया जाए।

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 26 सितंबर 2024.

सूरतगढ को जिला बनाने की मांग करने वाले राजनैतिक नेता संगठन आदि भूल गये कि भाजपा के सुशासन में सूरतगढ सिटी पुलिस थाना के थानाधिकारी सीआई का पद 80 दिनों से रिक्त पड़ा है।

 यहां के विधायक डुंगरराम गेदर ( कांग्रेस) द्वारा एक शिकायत में धरना के दबाव की चेतावनी देने के बाद 6 जुलाई 2024 को जिला पुलिस अधीक्षक श्रीगंगानगर ने सिटी पुलिस थाने के सीआई सुरेश कस्वां को रिजर्व पुलिस लाईन में भेजा और उसके बाद से यह महत्वपूर्ण पद रिक्त पड़ा है। 

* प्रदीप शर्मा पर अवैध हथियार केस नं 353 दि 24 जून 2024  झूठा बनाने की शिकायत थी। प्रदीप शर्मा ने एसपी के समक्ष पेश होकर  1 जुलाई को लिखित शिकायत की। एसपी ने निष्पक्ष जांच का कहा और गंगानगर के एक सीओ पुलिस उप अधीक्षक को तुरंत जांच भी सौंप दी। एसपी की कार्यवाही के बाद प्रदर्शन करते हुए एडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को शिकायत की गई। फिर कांंग्रेसियों की शह पर महाराणा प्रताप चौक पर धरना शुरू कर दिया गया। किसी भी हालत में सीआई सुरेश कस्वां को हटवाने के लिए विधायक डुंगरराम गेदर और  कांग्रेस के लोग धरने में शामिल हुए। गेदर ने धमकी भरी चेतावनी दी और 6 जुलाई को सीआई सुरेश कस्वां को पुलिस लाईन भेज दिया गया। 

* प्रदीप शर्मा को अवैध हथियार में झूठा फंसाया मामले की जांच हो गई। प्रदीप शर्मा के भी बयान हो गये। अनेक लोगों के तथा प्रदीप शर्मा के बयानों के बाद जिला पुलिस अधीक्षक को जांच का रिजल्ट और प्रदीप शर्मा के बयान भी मालुम हो गये। 

अब सवाल यह पैदा होता है कि 80 दिनों से सूरतगढ में सीआई का पद रिक्त क्यों पड़ा है? सूरतगढ के लोगों को मालुम पड़ना चाहिए कि शिकायत की जांच में क्या सीआई दोषी पाया गया? प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार करने वाले दोषी सिद्ध हुए। प्रदीप शर्मा के बयान जांच में क्या हुए? प्रदीप ने पुलिस को दोषी बताया की उसे झूठा फंसाया या उसने हथियार अपने पास होना स्वीकार किया। यदि प्रदीप ने हथियार अपने पास होना स्वीकार किया है तो यह जांच रिपोर्ट जनता के सामने लाने में देरी क्यों की जा रही है? जांच में यदि सुरेश कस्वां दोषी नहीं है तो सूरतगढ में उन्हें लगाने में कोई रूकावट नहीं है। अगर किन्हीं कारणों से सुरेश कस्वां को नहीं लगाना है तो फिर किसी अन्य सीआई को लगाया जाना चाहिए। सूरतगढ महत्वपूर्ण संवेदनशील क्षेत्र है और यह स्थिति जिला पुलिस अधीक्षक और बीकानेर रेंज के महानिरीक्षक पुलिस के ध्यान में है तो फिर 80 दिनों से सूरतगढ में थानाधिकारी सीआई का पद खाली क्यों छोड़ा हुआ है। सूरतगढ की जनता को यह दंड क्यों दिया जा रहा है? प्रदीप शर्मा की शिकायत पर हुई जांच को बहुत दिन बीत चुके हैं इसलिए जांच का परिणाम जनता के सामने बिना विलंब के होना चाहिए। यह जांच जिला पुलिस ने करवाई इसलिए परिणाम भी उनको ही जनता के सामने रखना चाहिए।०0०

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकारिता 60 वर्ष.

( राजस्थान सरकार द्वारा अधिस्वीकृत)

सूरतगढ ( राजस्थान)

94143 81356

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