बुधवार, 28 अगस्त 2024

भाजपा के सुरेश मिश्रा पालिकाध्यक्ष कालवा से नाराज क्यों है? कांग्रेसी नेता भी!

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 28 अगस्त 2024.

भाजपा सूरतगढ के नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा भाजपा के ही नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा और कासनिया से नाराज क्यों है? ताजा कारण है राष्ट्रीय उच्च मार्ग नं 62 पर शहर के बीच जेल के पास करोड़ों रुपये की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को तुड़वाना। कालवा ने 4 अगस्त 2024 को यह अतिक्रमण तुड़वाया। भाजपा के नेता ने जेसीबी नहीं भेजने का कहलवाया था। पहले भी कब्जे की कोशिश हुई और तुड़वाया था। भाजपा के ही एक नेता का यह अतिक्रमण दुबारा तुड़वाया गया। कालवा ने दुबारा अपने पद पर बहाल होने पर एक दिन पहले ही 3 अगस्त 2024 को कार्य ग्रहण किया था। कालवा से नाराजगी की यह बड़ी जड़ जिसमें कासनिया से भी नाराजगी हो गई। 

* भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा अब यह रड़क निकाल रहे हैं। कहते हैं कि विवेकानंद पब्लिक स्कूल को सूरतगढ में करोड़ों की जगह देने के नगरपालिका बैठक के प्रस्ताव का विरोध सूरतगढ शहर हित में कर रहे हैं। 

** सुरेश मिश्रा कभी कासनिया के खास होते थे। मिश्रा जी ने तो अपने निवास मिश्रा काम्प्लेक्स के पीछे की आधी सड़क पर अतिक्रमण कर रखा है। सड़क पर पहले कारें जीपें निकलती लेकिन अब बंद है। कासनिया के निवास से भगतसिंह चौक को जोड़ने वाली सड़क है जो पूरी खुलवानी जरूरी है। क्या कालवा जनहित की कार्यवाही करेंगे या अभी जानते हुए भी आंखें बंद कर रखी है वैसे बंद ही रखेंगे। यह बात लोग कह चुके हैं।

* सुरेश मिश्रा के विरुद्ध गलत पट्टा खांचा भूमि का इसी मिश्रा काम्प्लेक्स पर लेने का आरोप लगाते हुए 3 सितंबर 2010 को नगरपालिका के अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल ने अपने कार्यकाल में की थी। बनवारीलाल उस समय कांग्रेस में थे और अब भाजपा में हैं। गंगाजल मील और ओमप्रकाश कालवा की एक प्रेस कांफ्रेंस में यह मुद्दा कालवा ने उठाया था। उस समय दो पत्रकारों ने चुनौती दी थी कि यहां बोल रहे हो लेकिन केस नहीं करोगे। बनवारीलाल ने अपनी शिकायत में 69 गलत पट्टे जारी करने की शिकायत की थी। बनवारीलाल ने लिखा था कि मैं नया अध्यक्ष बना कानून की जानकारी नहीं थी, ईओ मदनसिंह बुडानिया ने भ्रमित करके ये पट्टे गलत जारी करवा लिए। इन पट्टों की रिपोर्ट सचित्र ^ब्लास्ट की आवाज़^ साप्ताहिक पत्र में तीन बार छप चुकी है। 



👍 नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा और भाजपा के जिलाध्यक्ष शरणपालसिंह मान की राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर शहर में बनी ^ शिप्राकालोनी^ में गड़बड़ी है। ब्लास्ट की आवाज़ में अनेक बार यह छप चुका है। इस गड़बड़ी व कुछ और में ओमप्रकाश कालवा साथ नहीं दे रहा इसलिए यह रड़क है। कांग्रेस के परसराम भाटिया ने इस शिप्रा कालोनी की जांच के लिए उपखंड अधिकारी संदीप कुमार काकड़ को शिकायत की थी। इसमें पांच सदस्यों की जांच कमेटी भी बनी। लेकिन बाद में रिपोर्ट लेने के बजाय परसराम भाटिया रहस्यमय रूप में एकदम चुप हो गये।

* एक पूर्व विधायक नागपाल जी भी पैट्रोल पंप के लिए अपने पक्ष में रिपोर्ट नहीं किए जाने पर कालवा से नाराज हैं और अभी नाराज ही चल रहे हैं। राठी स्कूल के पास से निकले बाईपास पर घनी आबादी में पंप चाहिए था। रिपोर्ट इनके पक्ष में बनी नहीं। 

** आश्चर्य भरा राज यह है कि सुरेश मिश्रा और शरणपालसिंह दोनों ही परसराम भाटिया के 120 दिन के अध्यक्षता काल के करोड़ों रुपये के पट्टे घोटालों पर नहीं बोले न डीएलबी को शिकायत की। यहां नागपाल जी भी चुप हैं।

ये शहर हित की बातें करने वालों के नकाब ओढे चेहरे हैं। पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादु जो भाजपा की टिकट नहीं मिलने से नाराज हुए निर्दलीय चुनाव लड़ कर अपनी पावर का मालुम होने के बाद अब कांग्रेस में है। भादू और ये घोटाले बाज भाटिया शहर हित की बात करते हुए विवेकानंद स्कूल को जमीन देने का विरोध करते हैं। यहां डुंगरराम गेदर भी भाटिया काल के घोटालों पर चुप हैं।

शहर के बीच भादु  कटले की कितनी भूमि पर कटला है? क्या यह सही बना है?किसान छात्रावास का उपयोग एक प्राईवेट स्कूल के रूप में चलाया जाना सही है? 

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