गुरुवार, 2 मई 2024

नगरपालिका सूरतगढ़ भवन पर राममंदिर बधाई का पोस्टरमुड़ा लिपटा:किसकी है जिम्मेदारी?

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 2 मई 2024. नगरपालिका प्रशासन शहर की सफाई क्या करवाएगा जब कार्यालय भवन की सफाई ही नहीं करवाई जाती। 



पं.दीनदयाल उपाध्याय भवन पर अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर की बधाई का पोस्टर 22 जनवरी को लगाया जो आज की तारीख में लिपटा मुड़ा हालत में लटका हुआ शर्मिंदा करता है लेकिन प्रशासन को कोई परवाह नहीं। इस पर राम मंदिर भी छपा है। इसे सही हालत में क्यों नहीं किया जाता।हजारों देखते हैं मुड़ा लिपटा।मुड़ा हुआ भावनाओं को ठेस पहंचाता है।

 इससे यह तो प्रमाणित होता ही है कि साफ सफाई का कार्यालय में यह बुरा हाल है तो पूरे शहर का क्या हाल होगा? ईओ व सफाई निरीक्षक की जिम्मेदारी तो पूरे शहर की है। ईओ तो लिखित में दिए जाने समाचारों में छपने के बावजूद सड़कों को देखने और उनके अतिक्रमण हटाने की ड्युटी नहीं समझ रही है। ईओ तो लिखित में दिए जाने समाचारों में छपने के बावजूद सड़कों को देखने और उनके अतिक्रमण हटाने की ड्युटी नहीं समझ रही है। 22 फरवरी 2024 को लिखित में ईओ पूजा शर्मा को दिया गया जिसके साथ दुकानदारों का सहमति पत्र था कि शटर से बाहर सामान नहीं रखेंगे।थड़ियों का व्यावसायिक इस्तेमाल नहीं करेंगे। रेलवे रोड व बीकानेर रोड पर आधी सड़कें सामान से अतिक्रमण होती है। सब्जी की दुकानें शाम को सड़क के बीच में लगाई जाती है। किसने इनसे अवैध लाभ लेकर सड़क के बीच में दुकानें लगाने की शह दे रखी है जिससे वहां आवागमन बाधित होता है।


 नगरपालिका भवन के खिड़कियों के छज्जे टूटे हुए और पलस्तर उखड़ा हुआ है तो शहर में कैसा निर्माण होता है। भवन के आगे नाला बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हालत में है और सड़क पर चलता वाहन मामूली अनियंत्रित हो तो गहरे गड्ढे में गिरे।

सफाई कर्मी अभी भी कार्यालय में लगाए हुए हैं। कुछ की ड्युटी शिकायत के बाद में वार्ड में दिखाई है लेकिन वह वहां पर काम नहीं करती और नगरपालिका का हाजिरी रिकार्ड  सफाई निरीक्षक ईओ फर्जी रिकॉर्ड तैयार कर वेतन देते हैं। यह आपराधिक कार्य हो रहा है। कितने दिन चलेगा? पार्षदों को भी मालुम है लेकिन वे शिकायत नहीं करते।कुछ ठेकेदारों से मिले हुए हैं वे ईओ को पत्र नहीं देते लेकिन इनकी जांच होगी तब फर्जी ड्युटी रिकॉर्ड,कूट रचित दस्तावेज पर पेमेंट आदि कि जिम्मेदारी ईओ,सफाई निरीक्षक, जमादार सभी पर कार्यवाही के साथ फिक्स होगी।सरकार का धन लुटाने के लिए तो नहीं है। 

* सफाई कर्मचारी की नौकरी हथियाना और फिर सफाई का काम नहीं करना।सफाई कर्मी बाल्मीकि लगते हैं तो पंडित व अन्य कोई भी क्यों लगे? ईओ कब तक यह गलत हाजिरी और पेमेंट करवाएगी? ईओ स्वयं निरीक्षण रिपोर्ट तैयार करे अन्यथा उच्चस्तर से या एसीबी से यह हो सकेगा। शहर गंदगी से क्यों सड़े?०0०

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