शुक्रवार, 5 अप्रैल 2024

उपअधीक्षक प्रतीक मील पर मुकदमा:देहशोषण आरोपियों को बचाने का आरोप: भाभी ननद की मौत से आंदोलन

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 5 अप्रैल 2024.

देहशोषण की शिकार युवती की आत्महत्या के बाद  धरना प्रदर्शन चेतावनी आंदोलन के बाद भारी कशमकश मे पुलिस ने सूरतगढ़ के पुलिस उप अधीक्षक प्रतीक मील पर मुकदमा दर्ज किया है। मील को  सूरतगढ़ से हटाया गया है। मील को श्रीगंगानगर चुनाव कार्य पर लगाया गया है। अब आगे अनुसंधान श्रीगंगानगर के उप अधीक्षक रामकरण को सौंपी गई है।

प्रतीकमील पर दुष्कर्म के आरोपियों को बचाने और पीड़िता को धमकाने का आरोप पीड़िता ने लगाया था और बाद में वह फांसी पर झूल गई। मरने से पहले उसने मीडिया को बयान दिया जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।

राजियासर थाना क्षेत्र के गांव सांवलसर में देहशोषण की शिकार भाभी और ननद की आत्महत्या में जांच अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक का मुलजिमों को बचाने के लिए ननद पर दबाव डालने के गंभीर मामले में पीड़ित परिवार व लोग आंदोलनरत रहे। ननद का शव सूरतगढ़ चिकित्सालय की मोर्चरी में पड़ा रहा और पुलिस उप अधीक्षक पर मुकदमा किए जाने की सहमति के बाद पोस्टमार्टम कराने को आंदोलन कारी माने।

श्रीगंगानगर जिले के राजियासर थाना क्षेत्र के गांव सांवलसर के मामलों में जांच अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक प्रतीक मील हैं जिन पर आरोप है कि अपने ही समुदाय के मुलजिमों को बचाने के लिए ननद पर दबाव डाला। 

ननद ने  25 मार्च 2024 को राजियासर थाने में मुकदमा नं 81दर्ज कराया जो 376 डी,376 ( 2 n)384 में दर्ज है।

* मुकदमे में सांवलसर निवासी अशोककुमार पुत्र कृष्ण लाल सिंवर जाट,लालचंद उर्फ धोलू पुत्र ख्याली राम सिहाग जाट और श्योचंद पुत्र भगवानाराम झोरड़ जाट लिखा हुआ है। इन्होंने पहले भाभी को देहशोषण किया। विडिओग्राफी की और फिर उसे धमकियां देकर मजबूर कर ननद को भी शोषण का शिकार बनाया। (अब ये तीनों गिरफ्तार हो चुके हैं। दो पहले गिरफ्तार किए गये। एक को 5 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया।)




* यह जांच डीएसपी प्रतीक मील सूरतगढ़ को सौंपी गई थी।

👍 इसके दो दिन बाद 27 मार्च 2024 को जिला पुलिस अधीक्षक को ननद ने प्रार्थना पत्र दिया जिसमें जांच अधिकारी पर आरोप लगाया गया कि अपने समुदाय के मुलजिम होने के कारण उनको बचा रहे हैं। आरोप में लिखा गया कि केवल एक आरोपी का नाम लेने के लिए कहा।जांच अधिकारी और उनके रीडर रामप्रकाश ने पीड़िता को धमकाया कि उलटा तेरे को जेल पहंचा देंगे। तेरे परिवार को मुकदमें में अंदर कर देंगे और मुलजिमों को छोड़ देंगे। 

👍

इस पत्र में लिखा कि प्रकरण श्रीगंगानगर मंगवा कर जांच की जाए। इसके बाद दुखी होकर 3 अप्रैल 2024 रात को फांसी लगा कर  ननद ने आत्म हत्या कर ली। अब पुलिस के लिए यह सरदर्द बन गया है। 

पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस उप अधीक्षक प्रतीक मील,रीडर रामप्रकाश और तीन मुलजिमों के कारण पीड़िता आत्महत्या करने को मजबूर हुई।

* दोषी पुलिस अधिकारियों प्रतीक मील और रीडर रामप्रकाश को सस्पेंड करने की मांग की गई थी।०0०

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

राजस्थान सरकार द्वारा अधिस्वीकृत.

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356

******









यह ब्लॉग खोजें