गुरुवार, 25 अप्रैल 2024

सूरतगढ़: लोकसभा मतदान के बाद काग्रेसी खुश क्यों हैं? भाजपा का अपना दावा.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कांंग्रेसी लोकसभा चुनाव मतदान के बाद से खुश हैं। उनका मानना है कि विधानसभा चुनाव में डुंगरराम गेदर ने जो लीड ली थी वह भाजपा पूरी कवर नहीं कर पाई। उनका दावा है कि सूरतगढ़ से कांंग्रेस को फिर बढत मिली है और उसका कारण भाजपा की ढील मानते हैं। 

* भाजपा ने अपने लोगों पर लोकसभा चुनाव में भी कंट्रोल नहीं कर पाई।

* कड़वा सच्च यह है अनेक भाजपाइयों के मुंह पर नाम और मन बेईमानी से काले रहे।अपने आपको संस्कारित भाजपाइयों ने विधानसभा चुनाव में रामप्रताप कासनिया से घात कर 50 हजार से अधिक वोटों से हराया। लेकिन प्रियंका बेलान ने क्या बिगाड़ा जो उसके साथ भी घात की जिससे वोट कम मिले। कासनिया की हार के वोटों की पूर्ति लोकसभा चुनाव में क्यों नहीं की गई?जिसके कारण कांंग्रेसी खुश हो रहे हैं।

👌 कासनिया पर आरोप रहा कि उन्होंने कार्यकर्ताओं के काम नहीं किये। लेकिन इस आरोप में अधिक दम नहीं है।

👍लेकिन प्रियंका बेलान पर तो कोई आरोप नहीं था। वह लोकसभा का चुनाव पहली बार लड़ रही थी। मोदी मोदी कहते रहे उसी मोदी ने ही टिकट फाईनल की थी लेकिन सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र से जितने वोट मिलने थे उतने नहीं मिले। यह कांंग्रेसी दावा है जिससे वे खुश हैं।

👍 मन में बेईमानी रही कि प्रियंका जीत न जाए। प्रियंका जीतेगी तो आगे भविष्य के लिए यह नेता बन जाएगी। इसकी ही चलेगी और आगे  टिकट पर दावा रहेगा। हर चुनाव में सलाह इसी की चलेगी। सुनते रहे हैं कि राजनीति बड़ी कुत्ती ( गंदी) होती है और यह सच्च में हो रही है।अपने ही अपनों को मार देते हैं। बहुत कड़वा सच्च है। प्रियंका को 40 से 50 हजार की लीड मिलनी थी लेकिन चर्चा दर चर्चा के अनुसार वह मिलती हुई लग नहीं रही।

👌भाजपाई और संस्कारित लाबी दावे कुछ भी करें लेकिन सच्चाई यह है कि शहर में हर गली में वोटों के लिए संपर्क ही नहीं किया गया। अनेक मोहल्लों में कोई भी भाजपा नेता कार्यकर्ता नहीं पहुंचा। मतदान के दिन बूथों पर बैठे रहे जबकि पहले आग्रह कर घरों से निकाल निकाल कर मतदान करवाया जाता था। नगरपालिका चुनाव के लिए मुंह धोने वाले भी टेबलों पर जमे रहे। अपना वोट देकर घरों में जा सो गये।

👍 नेताओं का कालापन धीरे धीरे खुल रहा है वह अभी परिणाम आने तक और अधिक खुल जाएगा।

👌 जो कासनिया के साथ घात की गई वैसी ही घात प्रियंका के साथ की गई। भाजपा कड़ी समीक्षा करे तो मालुम हो जाएगा कि कौन कौन केवल मुंह दिखाने फोटो खिंचवाने ही आए। सभा में उपस्थित और वैसे लापता रहे

 👌👌भाजपा भी दावा कर रही है की प्रियंका बेलान की जीत पक्की है। लेकिन किस विधानसभा क्षेत्र से कितने वोट मिले? यह परिणाम आने के बाद ही मालुम हो पाएगा लेकिन यह साफ हो जाएगा कि कितने वोट मिलने चाहिए थे और कितने मिले? कांंग्रेसी खुश हैं और चर्चा भी है कि सूरतगढ़ में कांंग्रेस भारी रही। तीन विधानसभा क्षेत्रों सादुलशहर गंगानगर हनुमानगढ़ में भाजपा ने कड़ी मेहनत की यह भी जन चर्चा बनी हुई है।विधायकों गुरवीरसिंह,जयदीप बिहाणी और गणेश राज बंसल प्रियंका को विजयी बनाने के लिए जोरशोर से लगे थे। शराबबंदी नशामुक्ति आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा भारती छाबड़ा ने लोकसभा क्षेत्र में अनेक स्थानों पर सभाएं कर प्रियंका का भरपूर सहयोग किया। पूजा भारती छाबड़ा कुछ दिनों पहले ही भाजपा की सदस्य बनी। वैसे राजनीतिक कर्मक्षेत्र सूरतगढ़ है।

 सूरतगढ़ रायसिंहनगर श्रीकरणपुर पीलीबंगा में कांंग्रेस के मजबूत रहने के दावे हो रहे हैं।०0०

24 अप्रैल 2024.

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