श्रीगंगानगर:भाजपा जिलाध्यक्ष की बड़ी गलती. श्रीगणेश में ही विवाद.
* करणीदानसिंह राजपूत *
भाजपा प्रत्याशी प्रियंका बैलाण के नामांकन से पहले आयोजित सभा में नेताओं का आपसी व्यवहार लोगों के सामने आना और उसकी न्यूज विडिओ सोशल साईटों ग्रुपों में प्रसारित होना वह बड़ी गलती है जो नहीं होनी थी।
जिलाध्यक्ष स.शरणपालसिंह मान द्वारा सादुलशहर के विधायक गुरवीरसिंह को समय के लिए टोका गया जब उनका भाषण पूरा हो चुका था और ज्यादा समझा जाए तो वे एक दो मिनट और बोल लेते। विधायक ने प्रत्याशी प्रियंका बैलाण को संबोधन के लिए बुला लिया था। भाजपा नेता भूल गये कि उनको कांग्रेस से टकराना है और वे आपस में ही उलझ गये। विधायक गुरवीरसिंह को भी संयम रखना था।
* बोलने की समय सीमा पहले तय होनी चाहिए ताकि सभी को एक अवधि बोलने की मिले। पहले कहा नहीं जाए और बाद में बोलने वाले को जल्दी करने के लिए कहा जाए तो चुभेगा ही।
* चुनावी सभाओं में बहुत शालीनता और संयम सावधानी रखी जाती है ताकि किसी विपक्षी नेता या दल से किसी प्रकार का विवाद न हो जाए जो चुनाव में परेशानी का कारण बन जाए। लेकिन यहां तो भाजपा जिलाध्यक्ष का संयम नहीं रख पाना बड़ी गलती हो गई। आखिर इसके अदृश्य कारण की संभावना हो सकती है। न चाहते हुए टिकट नारीशक्ति बैलाण को मिल गई। संगठन किसी नेता की पैरवी करे और उसे टिकट न मिले तो संयम हो। जिसे टिकट मिले संगठन उसके साथ हो। भाजपा के कितने नेता भीतर से खुश नहीं है यह स्थिति भी जनता के सामने आएगी। भाजपा में ही एकता होती तो लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में 5 सीटों पर हार नहीं होती। जनता में उस हार का असर हटाने और वोट मिले ऐसा व्यवहार प्रदर्शन होना था लेकिन जो हुआ वह शोभायमान नहीं था। आगे के लिए सुध रखते हुए चुनाव लड़ा जाए यह संयम धारण हो।क्योंकि नारी शक्ति को पहली बार आगे लाया गया है और कांग्रेस से टक्कर है। मोदी के नाम पर वोट जीत मिल जाए, यह सोचना भी बड़ी भूल होगी।०0०
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