लोकतंत्र सेनानी करणीदानसिंह राजपूत पत्नी विनीता सूर्यवंशी का पूजा छाबड़ा को आशीर्वाद.
सूरतगढ़ 25 मार्च 2023.
सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान के तहत आमरण अनशन पर बैठी पूजा छाबड़ा को आज आपातकाल 1975-77 के लोकतंत्र सेनानी वरिष्ठ पत्रकार लेखक करणीदानसिंह राजपूत एवं धर्मपत्नी विनीता सूर्यवंशी ने माल्यार्पण कर आशीर्वाद दिया।
राजपूत दंपति ने पहले महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया व आशीर्वाद प्राप्त कर बाद में आमरण अनशन पर बैठी हुई पूजा छाबड़ा को माला पहनाई आशीर्वाद दिया।
विदित रहे कि करणी दान सिंह राजपूत एवं विनीता सूर्यवंशी ने शहीद गुरुशरण छाबड़ा और उनकी धर्मपत्नी आशा भारती के संघर्षों में हर कदम पर साथ दिया। विनीता सूर्यवंशी सन् 1980 में राजकीय महाविद्यालय छात्र संघ की महासचिव चुनी गई थी। स्व.गुरूशरण छाबड़ा और स्व.आशा भारती पूजा छाबड़ा के ससुर सास थे।
गुरुशरण छाबड़ा के अनेक आंदोलनों में करणी दान सिंह राजपूत निकटतम सहयोगी रहे हैं। इंदिरा गांधी ने जब 1975 में आपातकाल की घोषणा की तब 26 जून 1975 को पहले दिन सूरतगढ़ में आपातकाल के विरोध में गुरुशरण छाबड़ा के नेतृत्व में आमसभा हुई थी। बाद में करणी दान सिंह राजपूत और गुरुशरण छाबड़ा श्रीगंगानगर की जेल में भी रहे थे। गुरूशरण छाबड़ा ने आपातकाल में भी निडर हो 15 अगस्त 1975 को आमरण अनशन शुरू किया और कालकोठरी में डाल दिए गए थे। वह अनशन पुलिस फोर्स से चिकित्सालय में जबरन बल प्रयोग कर तुड़वाया गया लेकिन उसके बाद सभी को राजनैतिक बंदी माना गया। छाबड़ा 1977 में सूरतगढ से विधायक भी चुने गये।
राजस्थान में संपूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर गुरूशरण छाबड़ा ने मरणव्रत लिया और जयपुर में 3 नवंबर 2015 को प्राण त्यागे। उनकी हिम्मत और जोश पूजा छाबड़ा के साथ है। राजपूत दंपति ने आमरण अनशनकारी उमेश मुद्गल को भी आशीर्वाद दिया। उमेश मुद्गल के पिता स्व.मातुराम मुद्गल भी मित्र और अनेक संघर्षों के साथी रहे।
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