रविवार, 4 सितंबर 2022

युवा दंपति रामकरण पूनम प्रजापति का जरूरत मंद बच्चों को 2006 से शिक्षा अभियान

 


* करणीदानसिंह राजपूत *


* एक शिक्षिका जिस पर पूरे भारत को गर्व है

मजदूर परिवार की बेटी पूनम कर रही हजारों बच्चों को शिक्षित*


* 2013 से अपने सभी पुरस्कार प्रतिभाओं को डोनेट कर रहे हैं।*


सूरतगढ। 

रामकरण पूनम प्रजापति! पति पत्नी का बचपन और पढने के दिन अनेक अभावों मे बहुत ही संघर्ष में बीते। पढ़ाई के दिनों में किताबें कॉपियां  तक नहीं होती थी। मजदूरी करके जैसे जैसे अपनी पढ़ाई पूरी करना बहुत कठिन होता है लेकिन वे कठिनाईयां बहुत बड़े शिक्षा अभियान चलाने की प्रेरणा बनी।

युगल ने झुग्गी झोपड़ी, ईंट भट्टा मजदूर वर्ग, आर्थिक स्थिति से कमजोर परिवारों भूमिहीन परिवारों के बच्चों की शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए निशुल्क शिक्षा अभियान शुरू किया।

  राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के श्योपुरा गांव में मां दाखां देवी की कोख से जन्मे रामकरण प्रजापति का मन खूब पढ़ाई करके वैज्ञानिक बनने का था लेकिन पारिवारिक आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के कारण उनकी पढ़ाई छूट गई। वैज्ञानिक और शैक्षिक सोच होने के कारण उन्होंने अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़ाव किया । उनका विवाह सन् 2016 में सामाजिक कार्यकर्ता पूनम प्रजापति से हुआ। यहां से जीवन  की पद्धति बदल गई। युगल ने पूनम फाउंडेशन ट्रस्ट बनाया और राजस्थान के श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ जिलों के जरुरतमंद बच्चों को शिक्षा देने दिलाने के प्रयास शुरू किए।

 युवा दंपति ने जनसहयोग से पंद्रह निशुल्क शिक्षा केंद्र शुरू किए जिनमें एक हज़ार से ज्यादा बच्चों को निशुल्क शिक्षा अभियान से जोड़ा। पूनम फाउंडेशन द्वारा अब तक एक लाख 60 हज़ार बच्चों को निशुल्क स्टेशनरी वितरित की जा चुकी है।

 * युवा दंपति पर्यावरण संरक्षण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को भी आगे बढ़ा रहे हैं।

पूनम प्रजापति शिक्षा अभियान संयोजक के रूप में कार्य करते हुए यूएनओ से जुड़े एक संगठन ने उन्हें सामाजिक कार्यों में योगदान हेतु नाईजीरिया के चांसलर द्वारा  विश्व स्तरीय मानद डॉक्टरेट उपाधि सम्मान स्वरूप प्रदान की। उन्हें अब तक 4 अंतरराष्ट्रीय स्तर 3 राष्ट्रीय स्तर एवं 6 राज्य स्तर अवॉर्ड मिल चुके हैं। जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर और उत्कर्ष क्लासेज जोधपुर द्वारा शिक्षा संत की उपाधि प्रदान की गई। युवा दंपति 2013 से अपने सभी पुरस्कार योग्य प्रतिभाओं को डोनेट कर रहे हैं।








पूरे देश में उक्त शिक्षा अभियान के जरिए झुग्गी झोपड़ी बीपीएल मजदूर परिवारों आर्थिक स्थिति से कमजोर परिवारों के बच्चों का जीवन संवारने वाली डॉ. पूनम प्रजापति भारतीय पर गर्व करना चाहिए जिसने पति रामकरण सहित अंधकार में उजाला करने की सफल कोशिश की है।०0०


करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356

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सादर प्रकाशन कर सकते हैं।

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