गुरुवार, 19 मई 2022

सुनील जाखड़ कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए:पंजाब के साथ राजस्थान में भाजपा को लाभ

 

* करणीदानसिंह राजपूत *


पंजाब में हिंदु नेता के रूप में प्रसिद्ध सुनील जाखड़ ने कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र देने के तीन दिन बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।  भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में दिल्ली में सदस्यता ग्रहण की। 


पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद 19 मई 2022 को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। 

इस मौके पर जेपी नड्डा ने उनको भाजपा का पटका पहना कर गुलदस्‍ता दिया।


 नड्डा ने कहा, “मैं सुनील जाखड़ का भारतीय जनता पार्टी में स्वागत करता हूं। ये एक अनुभवी राजनीतिक नेता हैं जिन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के दौरान अपने लिए एक स्थान बनाया। मुझे विश्वास है कि ये पंजाब में भाजपा को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे।”


इससे पहले उदयपुर राजस्थान में कांग्रेस के चिंतन शिविर के दौरान शनिवार, 14 मई, 2022 को उन्होंने फेसबुक लाइव पर अपने इस्तीफे का ऐलान किया था। उन्होंने पार्टी को आगे के लिए शुभकामना संदेश देते हुए “गुडलक” और “गुडबाय” भी कहा था। 


सुनील जाखड़ ने बीते पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को पार्टी के लिए बोझ बताया था।

 इस आलोचना के बाद पार्टी के अनुशासनात्मक समिति ने बीते 26 अप्रैल को सुनील जाखड़ को पार्टी से 2 सालों तक के लिए निलंबित कर दिया था।  इसके अलावा भी उनके पार्टी छोड़ने के पीछे और भी कारण हैं।


* राहुल से नाराजगी: *

जाखड़ बीते पंजाब चुनाव में खुद को सीएम पद की दावेदारी की रेस में देख रहे थे। लेकिन पार्टी की दिग्गज नेता अंबिका सोनी के एक बयान से स्थिति बदल गई। सोनी ने कहा था कि पंजाब में अगर किसी हिंदू को मुख्यमंत्री बनाया गया तो राज्य में आग लग जाएगी। उस समय सुनील जाखड़ के पक्ष में विधायक अधिक थे। 

राहुल उस समय जाखड़ के साथ नहीं खड़े दिखाई दिए, जब कांग्रेस का एक वर्ग उन्हें मुख्यमंत्री बनने से रोकने में जुटा था। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी कभी भी फैसला नहीं ले पाते। ऐसी परिस्थितियों में जाखड़ ने पार्टी से निकलने का फैसला किया।

जाखड़ कई बार विधायक चुने गए।

कांग्रेस के दिग्गज नेता स्व. बलराम जाखड़ के पुत्र हैं सुनील जाखड़। बलराम जाखड़ लोकसभा अध्यक्ष ,राज्यपाल पदों पर रहे। अनेक बार लोकसभा सदस्य चुने गए। एक बार बीकानेर से भी सांसद रहे। 

सुनील जाखड़ श्री गंगानगर और हनुमानगढ जिलों में भी प्रसिद्धि रखते हैं। 

 भाजपा राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में सुनील जाखड़ का उपयोग अपनी जीत के लिए कर सकती है। हालांकि पंजाब जीत के बाद इन दोनों जिलों में आप का दबदबा निरंतर बढ रहा है। दोनों जिलों के किसान भाजपा कांग्रेस दोनों से ही नाराजगी दिखा रहे हैं.०0०







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