रविवार, 16 जनवरी 2022

सूरतगढ़: नालों के ऊपर एवं आगे लोहे से बने अतिक्रमण हटवाने ही होंगे:अध्यक्ष व ईओ की जिम्मेदारी।

 

* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ के बाजारों में शटर से बाहर 3 फुट की जगह छोड़ते हुए नाले का निर्माण किया गया था दुकानदारों को शटर से बाहर सामान रखने की अनुमति नहीं थी लेकिन दुकानदारों ने 3 फुट के आगे भी नालों पर आरसीसी का पक्का निर्माण कर लिया इसके और आगे लोहे की एंगल आईरन लगाकर भी दो-तीन फुट की जगह रोक ली जिस पर सामान रख रहे हैं। नियम पालन करने वाले आगे नहीं बढे जिससे उनकी दुकानें पड़ोसी अतिक्रमणकारियों से दब रही है।
नगर पालिका के अधिकारी घोषणाएं करके भी इन अतिक्रमण को हटाने में आगे नहीं आ रहे। नगरपालिका की ओर से अतिक्रमणों को लाल क्रोस लगा कर चिन्हित भी कर लिया गया था। वे चिन्ह लगे पड़े हैं। नगरपालिका में अतिक्रमण हटाओ दस्ता बना हुआ है। नगर पालिका प्रशासन जानबूझकर बेबस बना हुआ है। नालों की सफाई हो नहीं रही जिसके कारण मामूली बरसात में भी सड़कें भरी रहती है और आवागमन में भारी परेशानी होती है। सूरतगढ़ के बाजारों के नाले अभी भी गंदगी से भरे पड़े हैं। सफाई कर्मचारी उन नालों को साफ नहीं कर पाते मैं उनके पास कोई ऐसे साधन है।
नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा अन्य अतिक्रमण हटवा रहे हैं। जहां अतिक्रमणकारियों को पार्षदों के सहयोग की शंका होती है वे अतिक्रमण खोखे आदि तक हटवाने में सक्रियता होने के,गरीबों के मकानों पर जेसीबी चलाने के समाचार फोटो सहित होते हैं, फिर बाजारों के नालों के अतिक्रमण हटवाने में कार्यवाही नहीं करने के पीछे क्या गडबड़ है?


नगरपालिका ने पहले 2020 में एक बैठक की थी जिसमें व्यापारी भी शामिल हुए थे और व्यापारियों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई थी कि 3 दिन के बाद में नगरपालिका अतिक्रमण हटा देगी व्यापारियों ने वादाखिलाफी की पहले खुद हटाने का वचन दिया था लेकिन आजतक अतिक्रमण नहीं हटाए।
कोरोना कार्य शुरू हो गया और नगर पालिका ने कार्यवाही की नहीं की। 
बाजारों की साफ सफाई के लिए नालों के ऊपर हुए अतिक्रमण हटाए जाएं नगर पालिका के निर्वाचित बोर्ड की यह जिम्मेदारी है कि वह शहर के दो ढाई सौ दुकानदारों के बजाय एक लाख जनता की सेवा करें।
👌 अधिशासी अधिकारी राज्य सरकार का प्रथम प्रतिनिधि की जिम्मेदारी है कि वह सरकारी तौर पर यह निर्णय करें और जेसीबी से रविवार के दिन जब आम जनता की भीड़ नहीं होती और वर्तमान में कर्फ्यू है तब नालों के ऊपर से अतिक्रमण हटाए।
* इस कार्य के लिए आवश्यक हो तो पुलिस और कार्यपालक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी भी जिला कलेक्टर के माध्यम से लगवाकर काम पक्का किया जाए कि कोई अतिक्रमण बचे नहीं।
**हम यहां 2020 में नगर पालिका भवन में हुई मीटिंग का समाचार हुबहू दोबारा दे रहे हैं**
सूरतगढ़:3 दिन बाद तोड़ देंगे नालों पर बनाए गए पक्के और आरसीसी निर्माण
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 13 मार्च 2020.
नगरपालिका प्रशासन ने चेतावनी भरी स्पष्ट घोषणा करदी है कि नालों पर किए गए पक्के और आरसीसी निर्माण 3 दिन बाद जेसीबी से तोड़ दिए जाएंगे।
नगरपालिका प्रशासन की ओर से शुक्रवार को शाम 5 बजे आयोजित दुकानदारों की बैठक में प्रशिक्षु आइएएस मो.जुनैद(अटैच ईओ ) और ईओ लालचंद सांखला ने यह घोषणा की। 
मो.जुनैद ने कहा कि पालिका के सफाई कर्मचारी नालों पर किए गए पक्के निर्माण के कारण सफाई नहीं कर पाते। शहर के विकास में सफाई जरूरी है। पालिकाध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा को उपस्थित दुकानदारों ने कहा की नालों के निर्माण के समय दुकानदारों से सात फुट जगह ली गई और अब बिना सूचना के सामान की उठाने की कार्यवाही अनुचित है।
पालिका अध्यक्ष ने दुकानदारों को स्पष्ट जवाब दिया कि आप सात फुट की बात कर रहे हैं लेकिन आपने अपनी रजिस्ट्री शुदा जमीन में से एक ईंच जमीन नहीं दी है। दुकान की जमीन नहीं पालिका ने अपनी जमीन पर ही काम किया है। अध्यक्ष ने चेतावनी की भाषा में कहा कि कर्मचारी दुकान में नहीं घुसेंगे लेकिन दुकान से बाहर सामान रखा होगा तो उठाऐंगे। जो सामान जब्त होगा वह लौटाया भी नहीं जाएगा तथा उसको ओपन नीलाम कर दिया जाएगा।
ईओ लालचंद ने कहा कि अनेक बार चेतावनी दी जा चुकी है की दुकानों से बाहर सामान नहीं रखा जाए, दुकान से बाहर रखा गया सामान जब्त कर लिया जाएगा। 
सिटी पुलिस थानाधिकारी रामकुमार लेघा ने कहा की अधिकारियों की दुकानदारों से कोई रंजिश नहीं है। अधिकारी सैकड़ों किलोमीटर दूर के रहने वाले हैं। अधिकारी इस शहर को व्यवस्थित, साफ सुथरा और सुंदर बनाना चाहते हैं, इसलिए सभी सहयोग करें। 
मो.जुनैद प्रशिक्षु आईएएस नगरपालिका ईओ से अटैच ड्यूटी पर लगे हुए हैं और उन्होंने गुरुवार 12 मार्च को बाजार का निरीक्षण किया तब नालों पर पक्के अतिक्रमण पाए और यह भी जानकारी मिली कि इससे सफाई नहीं हो पाती।
प्रशासन ने तीन दिन बाद नालों पर से पक्के निर्माण तोड़ने की चेतावनी दी है, जिससे लगता है कि शनिवार, रविवार, सोमवार के बाद मंलवार से अतिक्रमण तोड़ने की कार्यवाही होगी। इस चेतावनी के बाद दुकानदार खुद तीन दिन में अपने पक्के निर्माण नहीं हटा पाए तो नगरपालिका जेसीबी से हटा देगी। 00
सूरतगढ़: नालों के ऊपर एवं आगे लोहे से बने अतिक्रमण हटवाने ही होंगे:अध्यक्ष व ईओ की जिम्मेदारी।
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ के बाजारों में शटर से बाहर 3 फुट की जगह छोड़ते हुए नाले का निर्माण किया गया था दुकानदारों को शटर से बाहर सामान रखने की अनुमति नहीं थी लेकिन दुकानदारों ने 3 फुट के आगे भी नालों पर आरसीसी का पक्का निर्माण कर लिया इसके और आगे लोहे की एंगल आईरन लगाकर भी दो-तीन फुट की जगह रोक ली जिस पर सामान रख रहे हैं। नियम पालन करने वाले आगे नहीं बढे जिससे उनकी दुकानें पड़ोसी अतिक्रमणकारियों से दब रही है।
नगर पालिका के अधिकारी घोषणाएं करके भी इन अतिक्रमण को हटाने में आगे नहीं आ रहे। नगरपालिका की ओर से अतिक्रमणों को लाल क्रोस लगा कर चिन्हित भी कर लिया गया था। वे चिन्ह लगे पड़े हैं। नगरपालिका में अतिक्रमण हटाओ दस्ता बना हुआ है। नगर पालिका प्रशासन जानबूझकर बेबस बना हुआ है। नालों की सफाई हो नहीं रही जिसके कारण मामूली बरसात में भी सड़कें भरी रहती है और आवागमन में भारी परेशानी होती है। सूरतगढ़ के बाजारों के नाले अभी भी गंदगी से भरे पड़े हैं। सफाई कर्मचारी उन नालों को साफ नहीं कर पाते मैं उनके पास कोई ऐसे साधन है।
नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा अन्य अतिक्रमण हटवा रहे हैं। जहां अतिक्रमणकारियों को पार्षदों के सहयोग की शंका होती है वे अतिक्रमण खोखे आदि तक हटवाने में सक्रियता होने के,गरीबों के मकानों पर जेसीबी चलाने के समाचार फोटो सहित होते हैं, फिर बाजारों के नालों के अतिक्रमण हटवाने में कार्यवाही नहीं करने के पीछे क्या गडबड़ है?
नगरपालिका ने पहले 2020 में एक बैठक की थी जिसमें व्यापारी भी शामिल हुए थे और व्यापारियों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई थी कि 3 दिन के बाद में नगरपालिका अतिक्रमण हटा देगी व्यापारियों ने वादाखिलाफी की पहले खुद हटाने का वचन दिया था लेकिन आजतक अतिक्रमण नहीं हटाए।
कोरोना कार्य शुरू हो गया और नगर पालिका ने कार्यवाही की नहीं की। 
बाजारों की साफ सफाई के लिए नालों के ऊपर हुए अतिक्रमण हटाए जाएं नगर पालिका के निर्वाचित बोर्ड की यह जिम्मेदारी है कि वह शहर के दो ढाई सौ दुकानदारों के बजाय एक लाख जनता की सेवा करें।
👌 अधिशासी अधिकारी राज्य सरकार का प्रथम प्रतिनिधि की जिम्मेदारी है कि वह सरकारी तौर पर यह निर्णय करें और जेसीबी से रविवार के दिन जब आम जनता की भीड़ नहीं होती और वर्तमान में कर्फ्यू है तब नालों के ऊपर से अतिक्रमण हटाए।
* इस कार्य के लिए आवश्यक हो तो पुलिस और कार्यपालक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी भी जिला कलेक्टर के माध्यम से लगवाकर काम पक्का किया जाए कि कोई अतिक्रमण बचे नहीं।
**हम यहां 2020 में नगर पालिका भवन में हुई मीटिंग का समाचार हुबहू दोबारा दे रहे हैं**
सूरतगढ़:3 दिन बाद तोड़ देंगे नालों पर बनाए गए पक्के और आरसीसी निर्माण
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 13 मार्च 2020.
नगरपालिका प्रशासन ने चेतावनी भरी स्पष्ट घोषणा करदी है कि नालों पर किए गए पक्के और आरसीसी निर्माण 3 दिन बाद जेसीबी से तोड़ दिए जाएंगे।
नगरपालिका प्रशासन की ओर से शुक्रवार को शाम 5 बजे आयोजित दुकानदारों की बैठक में प्रशिक्षु आइएएस मो.जुनैद(अटैच ईओ ) और ईओ लालचंद सांखला ने यह घोषणा की। 
मो.जुनैद ने कहा कि पालिका के सफाई कर्मचारी नालों पर किए गए पक्के निर्माण के कारण सफाई नहीं कर पाते। शहर के विकास में सफाई जरूरी है। पालिकाध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा को उपस्थित दुकानदारों ने कहा की नालों के निर्माण के समय दुकानदारों से सात फुट जगह ली गई और अब बिना सूचना के सामान की उठाने की कार्यवाही अनुचित है।
पालिका अध्यक्ष ने दुकानदारों को स्पष्ट जवाब दिया कि आप सात फुट की बात कर रहे हैं लेकिन आपने अपनी रजिस्ट्री शुदा जमीन में से एक ईंच जमीन नहीं दी है। दुकान की जमीन नहीं पालिका ने अपनी जमीन पर ही काम किया है। अध्यक्ष ने चेतावनी की भाषा में कहा कि कर्मचारी दुकान में नहीं घुसेंगे लेकिन दुकान से बाहर सामान रखा होगा तो उठाऐंगे। जो सामान जब्त होगा वह लौटाया भी नहीं जाएगा तथा उसको ओपन नीलाम कर दिया जाएगा।
ईओ लालचंद ने कहा कि अनेक बार चेतावनी दी जा चुकी है की दुकानों से बाहर सामान नहीं रखा जाए, दुकान से बाहर रखा गया सामान जब्त कर लिया जाएगा। 
सिटी पुलिस थानाधिकारी रामकुमार लेघा ने कहा की अधिकारियों की दुकानदारों से कोई रंजिश नहीं है। अधिकारी सैकड़ों किलोमीटर दूर के रहने वाले हैं। अधिकारी इस शहर को व्यवस्थित, साफ सुथरा और सुंदर बनाना चाहते हैं, इसलिए सभी सहयोग करें। 


मो.जुनैद प्रशिक्षु आईएएस नगरपालिका ईओ से अटैच ड्यूटी पर लगे हुए हैं और उन्होंने गुरुवार 12 मार्च को बाजार का निरीक्षण किया तब नालों पर पक्के अतिक्रमण पाए और यह भी जानकारी मिली कि इससे सफाई नहीं हो पाती।
प्रशासन ने तीन दिन बाद नालों पर से पक्के निर्माण तोड़ने की चेतावनी दी है, जिससे लगता है कि शनिवार, रविवार, सोमवार के बाद मंलवार से अतिक्रमण तोड़ने की कार्यवाही होगी। इस चेतावनी के बाद दुकानदार खुद तीन दिन में अपने पक्के निर्माण नहीं हटा पाए तो नगरपालिका जेसीबी से हटा देगी। 00








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