मंगलवार, 25 अगस्त 2020

सूरतगढ़ पालिका करोड़ों की घोटाला योजना-व्यावसायिक भूमि को आवासीय भूमि रूप में नीलाम करेगी.

* करणीदानसिंह राजपूत *


नगर पालिका सूरतगढ़ बाजार के बीच में शहरकी मुख्य सड़क से सटी हुई चारों तरफ बाजार से दुकानों से घिरी हुई भूमि को आवासीय रूप में नीलामी करके बहुत बड़ा घोटाला करने को उतावली हो रही है।


बाजार के बीच यह भूमि 15 आवासीय प्लाटों के रूप में नीलाम की जाएगी। इस जमीन की व्यावसायिक कीमत करीब 10  से 15 करोड़ रुपए की लगभग बनती है, जो आवासीय के रूप में करीब एक - दो करोड़ में ही बेचने का बहुत बड़ा सोचा समझा घोटाला है। 


बीकानेर रोड पर जहां पहले पीडब्ल्यूडी का श्रमिक विश्राम गृह था। वह स्थान जो सब रजिस्ट्रार कार्यालय के सामने है। पूर्व विधायक हरचंद सिंह सिद्धू की कोठी के सामने हैं। यह अत्यंत महत्वपूर्ण व्यवसायिक क्षेत्र है इसे आवासीय रूप में आज के समय बेचा जाना योजना बनाना सरकारी कोष को बहुत बड़ी चोट पहुंचाना है।


इस 10 -15 करोड़ रुपए की जमीन को अब सोचते समझते आवासीय रूप में नीलाम करने की योजना साधारण बुद्धि से नहीं बनाई गई है।


नगर पालिका में इस समय कांग्रेस पार्टी का बोर्ड है और मास्टर ओमप्रकाश कालवा अध्यक्ष हैं। जो दावा करते रहे हैं कि ईमानदारी से कार्य करेंगे, हर कार्य ईमानदारी से होगा, पारदर्शिता से होगा, लेकिन यहां पर उनके कथन और कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है।

नगर पालिका पर पूर्व विधायक गंगाजल मील और पिछले चुनाव 2018 के प्रत्याशी हनुमान मील जो गंगाजल मील के भतीजे हैं का दबदबा है और उनके कथन या इशारे पर कार्य होते हैं। गंगाजल मील और हनुमान मील को इस पर तत्काल ही ध्यान देना चाहिए।

नगर पालिका मैं इस समय मिल्खराज चुघ अधिशासी अधिकारी हैं और सरकार के प्रतिनिधि हैं। इस ईओ ने यह नीलामी कैसे निकाल दी?

अध्यक्ष और ईओ को नीलामी का यह फैसला तुरंत निरस्त कर देना चाहिए ताकि ईमानदारी की छाप या संकल्प कायम रह सके। 

बाजार में स्थित यह जमीन आवासीय रूप में 15 भूखंडों में नीलामी का विज्ञापन राजस्थान पत्रिका श्रीगंगानगर संस्करण में 25 अगस्त 2020 को पृष्ठ 6 पर प्रकाशित हुआ है।

इसमें भूखंडों का विवरण है और आश्चर्यजनक रूप से साइज में अनुमानित शब्द लिखा हुआ है। नगर पालिका में इंजीनियर बैठते हैं उन्होंने माप लिया होगा हर प्लॉट का साइज लिखा हुआ होते हुए भी उसमें अनुमानित लिखा जाना भी गोलमाल है। यह विज्ञापन 20 अगस्त को जारी हुआ है। नीलामी 14 सितंबर 2020  से 17 सितंबर को घोषित है।


नगर पालिका ने कुछ माह पूर्व राष्ट्रीय उच्च मार्ग 62 पर डेयरी के सामने आवासीय और व्यावसायिक भूखंडों की नीलामी निकाली थी जो भारी विरोध के बाद हो नहीं पाई थी। जिला कलेक्टर और राज्य सरकार तक वह मामला पहुंचा था। उस समय पूर्व पालिका अध्यक्ष बनवारी लाल मेघवाल और पूर्व विधायक हरचंद सिंह सिद्धू सहित कई लोगों ने जबरदस्त विरोध किया था।

वह भी बहुत बड़ा गोलमाल काआरोप लगाया गया था। वह नीलामी भी सिरे नहीं चढ़ पाई थी। 

अब यह बाजार के बीच में फिर बहुत बड़ा घोटाला है। नगरपालिका को अपनी आय करनी है तो इस जगह को व्यावसायिक रूप में नीलामी निकाले।०० 


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