कलेक्ट्रेट के दो कार्मिक गोपाल खड़गावत व इन्द्र सिंह सेवानिवृत-क्या बोले कलेक्टर
*इंसान की पूजा उसके काम से होती हैः- जिला कलक्टर*
श्रीगंगानगर, 31 दिसम्बर। जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि कोई भी अधिकारी कर्मचारी राजकीय सेवाओं में आता है, तो सेवाओं के साथ ही सेवानिवृत होने की तिथि अंकित हो जाती है। कर्मचारी की छाप उनके द्वारा किये गये अच्छे कार्यों से बनती है तथा उन लोगों को सदैव याद किया जाता है, जिन्होंने लगन, समर्पण की भावना से सेवाएं दी है।
जिला कलक्टर सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाहॉल में सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री गोपाल खड़गावत एवं सहायक कर्मचारी श्री इन्द्र सिंह के सेवानिवृत होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का कार्य दिन रात तथा अवकाश के दिन भी जारी रहता है, ऐसे में जो कार्मिक अपनी लगन से अवकाश के दिन भी अपनी सेवाओं को देते है, उनसे नये कार्मिकों को सीख लेनी चाहिए तथा कभी भी काम से मन नही चुराना चाहिए। इंसान की पूजा काम से होती है। उन्होंने कहा कि काम में विश्वास करने वालों को सदैव सम्मान मिलता है। उन्होंने सेवानिवृत कार्मिकों तथा पुराने कर्मचारियों से कहा कि नये कार्मिकों का मार्गदर्शन करे तथा उन्हें नियमित कार्यशैली अपनाने हेतु प्रेरित किया जाये।
एडीएम प्रशासन श्री नख्तदान बारहठ ने कहा कि अंतरमन की भावनाओं को मुखर करने वाले श्री गोपाल खडगावत एक कार्यशील कर्मचारी थे। उन्होंने अपने उतरदायित्वों को भली प्रकार से निभाया है। इसी प्रकार इन्द्रसिंह भी सदैव अपने कार्यों के प्रति सजग रहे है। अतिरिक्त जिला कलक्टर सर्तकता श्री गोपाल राम बिरदा ने कहा कि राजकीय सेवा में आने के बाद समस्त कार्मिकों को अपने उतरदायित्वों को भली प्रकार से समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ कार्मिक ऐसे होते है, जो स्वतः ही आगे बढकर अपने कार्य को पूरा करते है। उन्होंने सेवानिवृत दोनों कार्मिको के सुखद भविष्य की कामना की। सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री गोपाल खडगावत लगभग 38 वर्ष की सेवाएं पूरी करने के बाद तथा इतनी ही लम्बी सेवाओं के बाद श्री इन्द्रसिंह सेवानिवृत हुए है।