छोटे स्टेशनों और फील्ड में कार्यरत रेलकर्मियों के परिवार को बड़े स्टेशनों पर मिलेगी आवास सुविधा
श्रीगंगानगर, 17 जुलाई 2018.
श्री पीयूष गोयल रेलमंत्री भारत सरकार की पहल से रेलकर्मियों को होने वाली परेशानियों का निराकरण प्राथमिकता से किया जा रहा है।
छोटे स्टेशनों और फील्ड में कार्यरत रेल कर्मचारियों को दिन-प्रतिदिन आने वाली समस्याओं को ध्यान में रखकर नीतिगत निर्णयों में बदलाव किया जा रहा है।
रेलकर्मियों के हितों को ध्यान में रखते हुये ऐसे रेलकर्मी, जो छोटे स्टेशनों तथा फील्ड में कार्यरत् है तथा उनके परिवारजन, बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा अथवा अन्य किसी कारणों के चलते साथ रहने में असमर्थ है तथा अन्य स्थानों पर रह रहे है, उनके लिये कार्यरत स्टेशन से 50 से 100 किलोमीटर के दायरें में स्थित बड़े स्टेशन पर आवास सुविधा प्रदान करने का निर्णय किया है। ऐसे बड़े स्टेशनों को नोडल स्टेशन बनाया जायेगा। जोनल रेलवे को नोडल स्टेशन निर्धारित करने के लिये प्राधिकृत किया है, जिसमें वह इस स्कीम को सुसंगत तरीके से लागू कर सकें। इसके लिये नोडल स्टेशनां पर खाली आवास को पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर रेलकर्मियों के परिवार को आवंटित किया जायेगा।
इस स्कीम के लागू होने में रेलकर्मियो को अपने बच्चों की पढ़ाई, चिकित्सा अथवा अन्य किसी कारणों के कारण बड़े स्थान पर परिवार के रहने के लिये आवास की चिन्ता से मुक्ति मिलगी और उनकी कार्यकुशलता में अपेक्षित वृद्धि होने साथ-साथ संतोषप्रदत्ता के स्तर में भी सुधार आयेगा।