सोमवार, 19 फ़रवरी 2018

विवाहिता का युवक व उसके बाप से प्रेम और पति की हत्या


अवैध संबंधों की की दिल दहलाने वाली यह कहानी! एक विवाहिता अपने पति के होते हुए अन्य व्यक्ति से प्रेम करती है और  बाद में प्रेमी के बाप से भी प्रेम कर लेती है और पति बाधक बनता बनता है तो अपने इन दोनो प्रेमियों से मिलकर खुद के पति की हत्या भी करवा देती है। यह घटनाक्रम बदलते हुए समाज  की तस्वीर को दर्शाता है कि आखिर किस पर भरोसा किया जाए। जब पत्नी ही बेवफा हो जाए तब आदमी अपने ही घर में जीवित कैसे रह सकता है।

कहते हैं कि इश्क और मुस्क कभी छुप नहीं नहीं सकते। हत्या कभी छुप नहीं सकती।कभी न कभी कभी राज खुल करके रहता रहता है या यूं कहें कि सही जांच हो तो पुलिस राज खोल कर  रख देती है और अपराधी जेलों में होते हैं।

अवैध संबंधों का यह जाल पुलिस ने ही खोला। हत्यारी पत्नी और उसके प्रेमी युवक और उसके पिता को गिरफ्तार भी कर लिया।

 यह कहानी पुलिस के अनुसार तारानगर जिला चुरु के गांव बांय से शुरू बाएं से शुरू होती है। बांय निवासी कालूराम और दीपक पुत्र धन्नाराम बाल्मीकि का विवाह  हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी क्षेत्र के गांव कमरानी निवासी हंसराज की पुत्रियों पूजा व मंजू के साथ करीब 6 साल पहले हुआ।

घटनाक्रम बदलता है।

करीब 1 साल पहले कालूराम अपने ससुराल कमरानी में रहकर मजदूरी करने लगा।

 इस दौरान कमरानी में अपने रिश्तेदार के घर आए हनुमानगढ़ टाउन निवासी संदीप उर्फ गुरप्रीत ने कालूराम के साथ दोस्ती बढ़ाई और बाद में उसकी पत्नी पूजा के साथ अवैध संबंधों की रचना भी कर ली ली।

संदीप कालूराम व उसकी पत्नी को काम दिलाने के बहाने रावतसर के चक 2केएम में ले गया। इस चक में वे एक किसान के खेत में मजदूरी करने लगे।

 आश्चर्यजनक घटनाक्रम।

इस दौरान पूजा ने संदीप के पिता कौरसिंह से भी प्रेम संबंध कायम कर लिए। 

आखिर इस प्रकार की घटनाओं का राज खुल करके ही रहता है।

कहते हैं कि प्रेम और खुशबू कभी छिपे नहीं रहते। 

पूजा के पति कालूराम को अवैध संबंधों की जानकारी मिली तब उसने विरोध करना शुरू किया।

प्रेम में पागल पत्नी पति की बात पर क्यों चलती।

 तीनों ने मिलकर सितंबर 2017 में कालूराम को रास्ते से हटाने के लिए मार डाला। 

कालूराम की हत्या के बाद एक एक करके महीने बीत गए।

12 फरवरी 2018 को कालूराम के भाई दीपक ने टिब्बी थाने में कालूराम और उसकी पत्नी पूजा की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई।

उस गुमशुदगी में बताया गया कि पिछले दिनों से उसकी भाभी व भाई गायब हैं तथा कमरानी फोन करने पर भी जानकारी नहीं मिल रही।

 पुलिस ने कालूराम और पूजा की तलाश शुरू की।

पुलिस ने कालूराम के ससुराल में पूछताछ की तो पता चला कि पूजा शेरगढ़ के पास एक खेत में मजदूरी करती है।

 पुलिस को इतना पता मालूम होने के बाद पुलिस की कार्यवाही शुरु हुई।पुलिस ने पूजा संदीप और कौर सिंह को खोज निकाला। पुलिस ने तीनों को अपने घेरे में लिया और पूछताछ शुरू की।  तीनों से अलग-अलग पूछताछ में  पुलिस के सामने सारा राज खुल गया।

तीनों ने कलूराम की हत्या कर उसकी लाश को जमीन में गाड़ दिया।

 पुलिस ने कानूनी कार्यवाही पूरी करते हुए इनकी निशानदेही से खुदाई शुरू की और शव को बरामद किया।

 कालूराम की लाश  गल और सड़ चुकी थी।

 उसका मौके पर ही पोस्टमार्टम करवाया गया।

पुलिस ने इन तीनों पर  हत्या करने सबूत छिपाने आदि की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया और 18-2-2018 को गिरफ्तार किया।






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