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राजस्थान में शराबबंदी और सशक्त लोकपाल नियुक्ति की मांग पर 23 नवम्बर से आमरण अनशन पर थी:
इन्हीं मांगों पर बलिदान हुए पूर्व विधायक गुरूशरण छाबड़ा की पुत्रवधु हैं पूजा छाबड़ा:
स्पेशल न्यूज- करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़,27 नवम्बर। शहीद समारक जयपुर पर आमरण अनशन कर रही पूजा छाबड़ा को आज 27 नवम्बर को दिन के 12-30 बजे भारी पुलिस बल की घेराबंदी में जबरन उठाया गया। करीब पचास से अधिक पुलिस वाले थे जिसमें काफी संख्या में महिला पुलिस थी। पुलिस की कार्यवाही का विरोध भी हुआ।
पुलिस पूजा छाबड़ा को लेकर एसएमएस चिकितसालय पहुंची और वहां पर भर्ती करा दिया। पूजा छाबड़ा का अनशन जारी है। चिकित्सकों ने ड्रिप लगाई है।
गुरूशरण छाबड़ा के 3 नवम्बर को बलिदान के बाद जब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चौथे दिन उनके निवास पर पहुंची तब परिजनों ने स्पष्ट कह दिया था कि उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। पूजा छाबड़ा ने तब यह चेतावनी भी देदी थी कि मुख्यमंत्री के घर के आगे आमरण अनशन होगा।
पूजा छाबड़ा व अन्य कार्यकर्ता 23 नवम्बर को सीएम आवास पर पहुंच गए और अनशन के लिए दरियां आदि बिछाई तभी पुलिस उनको सोढ़ाला थाने ले आई। पूजा ने थाने में अनशन जारी रखा। पूजा को बाँड पर छोडऩे के लिए दबाव बनाया गया लेकिन उसने बांड नहीं भरा। पुलिस ने उनको छोड़ दिया। अगले ही दिन सुबह पूजा छाबड़ा ने अपना आमरण अनशन शहीद स्मारक पर शुरू कर दिया था।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश ने 1 अप्रेल 2016 से शराबबंदी की घोषणा कर दी है औैर राजस्थान में भाजपा की सरकार दारू बंद नहीं करना चाहती।