राष्ट्रीय संयोजक पूर्व विधायक गुरूशरण छाबड़ा हैं:
प्रदेश अध्यक्ष प्रभात रांका ने की है घोषणा:
स्पेशल रिपोर्ट- करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़, 25 जून 2015.
आपातकाल 1975 के 40 साल पूर्ण हो गए लेकिन उस समय आम नागरिकों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले जेलों में बंद रह अत्याचार सहन करने वाले लोकतंत्र सेनानियों को वर्तमान केन्द्र की भाजपा सरकार व राजस्थान की भाजपा सरकार ने अनदेखा कर रखा हे।
राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने तो जो वादे किए उनको पूरा करने में भी पीछे हट रही है और कोई घोषणा करने में कतरा रही है।
ऐसी स्थिति में सूरतगढ़ से 1977 में जनता पार्टी के विधायक रहे गुरूशरण छाबड़ा ने एक संगठन बनाया है। उसी की राजस्थान कार्यकारिणी की घोषणा हुई है। छाबड़ा आपातकाल में श्रीगंगानगर जेल में बंदी रहे और 15 अगस्त 1975 को स्वतंत्रता दिवस के दिन जेल में आमरण अनशन शुरू किया था।
सूरतगढ़ के कई लोग जेल में थे। यह रिपोर्टर भी उस समय आपातकाल में 1 साल की सजा घोषित में कुछ्र महीने बंदी रहा था।