शुक्रवार, 17 मई 2019

सूरतगढ़ की बड़ी खबर-मनोज स्वामी को साहित्य अकादमी सम्मान पुरस्कार 50 हजार रू.अगरतल्ला समारोह में प्रदान होगा: - - करणीदानसिंह राजपूत --



सूरतगढ़ 17 मई 2019.

राजस्थानी साहित्यकार एवं पत्रकार मनोज कुमार स्वामी को केन्द्रीय साहित्य अकादमी की ओर से 'नाव अर जाळ' राजस्थानी अनुवाद  पर  वर्ष 2018 के पुरस्कारों में यह पुरस्कार  जनवरी 2019 में घोषित हुआ था। इसमें स्वामी को 50,000 की राशि का चैक व सम्मान 14 जून 2019 को अगरतल्ला में आयोजित समारोह में अकादमी अध्यक्ष प्रदान करेंगे।

मनोज कुमार स्वामी ने मलयालम भाषा के नामी लेखक तकष़ी शिव  शंकर पिल्लेे के उपन्यास 'चेम्मीन' ( जिसका हिन्दी मतलब होता है मछुआरे का राजस्थानी भाषा में अनुवाद किया जो 'नाव अर जाळ' नाम से अकादमी की ओर से 2014 में प्रकाशित कराया गया था। 

 चेम्मीन को केन्द्रीय साहित्य अकादमी ने  सन 1957 में पुरस्कार. प्रदान किया था और 61 साल बाद राजस्थानी अनुवाद 'नाव अर जाळ' को सन 2018 का अनुवाद पुरस्कार प्रदान होगा।  


' नाव अर जाळ' एक रोचक प्रेम गाथा है। इसकी समीक्षा राजस्थानी भाषा में पत्रकार लेखक करणीदानसिंह राजपूत की ओर से की गई जो राजस्थानी भाषा एवं साहित्य अकादमी बीकानेर की पत्रिका 'जागती जोत' में प्रकाशित हुई है। 

समारोह स्थल अगरतला भारत के त्रिपुरा प्रान्त की राजधानी है। अगरतला की स्थापना 1850 में महाराज राधा कृष्ण किशोर माणिक्य बहादुर द्वारा की गई थी। बांग्लादेश से केवल दो किमी दूर स्थित यह शहर सांस्कृतिक रूप से काफी समृद्ध है। अगरतला त्रिपुरा के पश्चिमी भाग में स्थित है और हरोआ नदी शहर से होकर गुजरती है। 



यह ब्लॉग खोजें