मंगलवार, 3 नवंबर 2015

शहीद छाबड़ा के पुत्र गौरव से ताजा बात-देह एसएमएस को दान:करणीदानसिंह राजपूत



सूरतगढ़, 3 नवम्बर,2015.
शहीद छाबड़ा के पुत्र गौरव से सुबह वार्ता हुई है।
गौरव ने बताया बाऊजी का स्वर्गवास सुबह 4-30 पर हो गया। उनकी पूर्व घोषणाओं के अनुसार नेत्र दान करवा दिया जाने के बाद देह षर पर ले आए हैं। उनकी देह दान की घोषणा लिखित में पूर्व में की हुई है जिसके अनुसार करीब बारह बजे एसएमएस की गाड़ी घर पर आ जाएगी। एसएमएस स्टाफ को देह अर्पण कर दी जाएगी। उस समय छाबड़ा जी के आँदोलन में साथी रहे संगठनों के कार्यकर्ता आदि भी उपस्थित रहेंगे।
गौरव की बातचीत में कोई शोक नहीं था। छाबड़ा ने अपने पुत्रों को यही संस्कार दिए थे कि रोना नहीं है।
उनकी धर्मपत्नी के संसार त्यागने के समय भी यही संकल्प रहा था।
गौरव ने बताया कि राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री और मंत्री अरूण चतुर्वेदी रात्रि में साथ थे। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मिल कर गए थे। 

यह ब्लॉग खोजें