* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 11 मई 2025.
परसराम भाटिया के नगर पालिका अध्यक्ष पद पर रहते हुए किए गए घोटालों की जांच का बहुत बड़ा फंदा तैयार हो रहा है जिसकी दस्तावेज रस्सियां बहुत मजबूत हैं जो फंदे को मजबूत बनाएंगी। परसराम भाटिया के विरूद्ध अनेक घोटालों का उल्लेख करते हुए बहुत बड़ी शिकायत हुई है जिस पर बहुत बड़ी जांच कार्वाई शुरू हो चुकी है।
कांग्रेस के सूरतगढ़ के ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया कांग्रेस राज में 120 दिन नगर पालिका सूरतगढ़ के अध्यक्ष पद पर रहे थे और इस अध्यक्षता काल में बड़े-बड़े घोटाले किए गए। दस्तावेज में प्रमाणित घोटाले अनजाने में या भूल में नहीं हुए। घोटालों के दस्तावेजों से स्पष्ट प्रमाणित होता रहा है कि परसराम भाटिया ने जानकारी रखते हुए अपने अध्यक्षीय हस्ताक्षरों से नगर पालिका की जमीनें लोगों को पट्टों में लुटाई और नगरपालिका कोष को अपने स्वार्थ के कारण लाखों रूपयों का नुकसान पहुंचाया।
परसराम भाटिया व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष बनवारी लाल मेघवाल,बसंतकुमार बोहरा आदि ने कांग्रेस राज्य में शिकायतें करके ओम प्रकाश कालवा को निलंबित करवाया और राज का लाभ उठाते हुए परसराम भाटिया को साठ साठ दिन के लिए लगातार दो बार 120 दिन के लिए नगर पालिका सूरतगढ़ का अध्यक्ष नियुक्त करवाया। कांग्रेस सरकार ने कलवा को निलंबित कर 24 जुलाई 2023 को परसराम भाटिया को अध्यक्ष नियुक्त किया, 29 जुलाई को परसराम भाटिया ने कार्यभार ग्रहण किया और इनका कार्य काल 25 नवंबर 2023 तक रहा। इस कार्यकाल में ही घोटाले होते रहे। ये घोटाले प्रमाणों सहित सूरतगढ़ से प्रकाशित होने वाले ब्लास्ट की आवाज में निरंतर छपे। अनेक मामले करणी प्रेस इंडिया में भी प्रसारित हुए।परसराम भाटिया को विभिन्न तरीकों से सहयोगी रहने वाले बसंत कुमार बोहरा पूर्व में नगर पालिका कर्मचारी रह चुके हैं।नगर पालिका के उनके कार्यकाल की भी जांच कभी खुलेगी तो उनकी असलियत भी सामने आएगी। वैसे फिलहाल अभी परसराम भाटिया की जांच के दस्तावेज राजस्थान सरकार के स्वायत् शासन विभाग द्वारा जांच के लिए एकत्रित किए जा रहे हैं।०0०
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