* करणीदानसिंह राजपूत *
भाजपा में पटका और माला पुष्प गुच्छ भेंटकर अन्य पार्टियों के नेताओं कार्यकर्ताओं को ससम्मान लिया गया था वे सम्मानित लोग अब कहां है? अपने शहर में ऐसे नेताओं को खोजने की कोशिश जरूर करें। वे कहां हैं? किस पद पर हैं? वे भाजपा के कार्यकर्मों समारोहों में मंचों पर और सामने की कुर्सियों पर दिखाई क्यों नहीं देते?कोई एक दो कहीं दिखाई दे जाए तो अचंभा होता है। यह भी हो सकता है कि उनको बुलाता कोई नहीं वे अपनी मर्जी से घुसते हैं।
उन नेताओं को पंखुड़ियों में दबा दिया गया या फिर भाजपा में उनको नम्बर 2 पर रख दिया गया है।
भाजपा के पदाधिकारी हैं जिनके पास बागडोर हैं वे सम्मानित उन नेताओं को कार्यक्रमों में बुलाते नहीं यहां तक की सूचना भी नहीं देते। क्या ऐसा हो रहा है। ऐसे पूर्व नेताओं कार्यकर्ताओं से पूछेंगे तब असलियत सामने आएगी कि भाजपा में अब उनकी राजनीतिक स्थिति क्या है?
ऐसी स्थिति में सवाल उठता है कि भाजपा में पूछ ही नहीं हो रही तब इसमें कर क्या रहे हैं? भाजपा में टिके हुए क्यों हैं ? कोई छापे वापे का डर है? यदि स्थिति निम्न मानी जा रही है। भाजपा के विशाल भवन में किसी अंधेरे कोने में पड़े हैं तो फिर निर्णय करना चाहिए। कुछ पद मिलने की लालसा में भटक रहे हैं तो उनको जान लेना चाहिए कि भाजपा के निष्ठावान नेताओं और कार्यकर्ताओं को नहीं पूछा जा रहा है तब बाहर से आने वाले "बाहरी" ही कहलाएंगे। ०0०
26 अक्टूबर 2024.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकारिता 61 वां वर्ष.
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356
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