गुरुवार, 8 अगस्त 2024

सूरतगढ के डूबने के हालात पैदा कर रहा नगरपालिका प्रशासन.चेतावनी फोटो.

 





* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 8 अगस्त 2024.

सूरतगढ़ के गंदे पानी और बरसात के पानी का निकास जिस एकमात्र विशाल गड्ढे में हो रहा है उसे नगर पालिका प्रशासन मलबे से भर रहा है जिससे गड्ढा खत्म होता जा रहा है। 

*एक दिन ऐसा आएगा जब बरसात का पानी गड्ढे में जाने के बजाय शहर के अनेक क्षेत्रों में घरों और बाजारों में घुस जाएगा और दो तीन फुट तक और इससे अधिक भर जाएगा।

 हो सकता है किसी रात को बरसात का पानी घरों में घुसे और लोग निद्रा मगन हों तब उस हालत में क्या हो सकेगा? इसकी कोई कल्पना अभी नहीं की जा सकती। हम इस खतरनाक हालात के बनने के चेतावनी फोटो दे रहे हैं।








👍 बाई पास पर अरोड़ वंश कल्याण भूमि के ठीक सामने यह विशाल गड्ढा है जो काफी मलबे से भर दिया गया है। नगर पालिका प्रशासन ने यह लापरवाही क्यों और कैसे की है? इसका जवाब मांगने वाला शहर में कोई नहीं है? शहर के नागरिक नेता समाजसेवी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी इस घोर लापरवाही को देखते हुए भी चुप हैं और बहुत हल्के में ले रहे हैं। नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी यहां के स्थायी निवासी नहीं है। वे आएंगे जाएंगे। लेकिन उनकी यह लापरवाही शहर का सत्यानाश कर देगी।

👍सोशल मीडिया ग्रुप पर उत्तराखंड के हिमालय के विभिन्न भागों के पानी के कटाव के पहाड़ों के गिरने के खतरनाक फोटो दिखाए जा रहे हैं लेकिन सूरतगढ़ शहर के इस खतरे नहीं देखा जा रहा।

* स्थानीय और जिला प्रशासन को आपदा प्रबंधन के तहत सूरतगढ के हालात का तुरंत निरीक्षण करना चाहिए। नगरपालिका प्रशासन को कड़ी हिदायत भी दी जानी चाहिए कि इस गड्ढे में मलबा कचरा किसी भी हालत में नहीं डाला जाए।०0०

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