* करणीदानसिंह राजपूत *
पत्रकारिता जगत में अनेक ऐसे लोग घुस गये हैं जिनके पास न समाचार पत्र है न कोई चैनल है। वे किसी समाचार पत्र में चैनल में अधिकृत रूप से न संवाददाता है न संपादक हैं। फिर वे पत्रकार कैसे हुए?पत्रकार संगठनों में वे सदस्य हैं और पदाधिकारी भी हैं। पत्रकारिता संगठनों में जो असली रूप में कार्य करते हैं वे सभी
फर्जीवाड़ों पर लिखते हैं बोलते हैं, समाचार चलाते हैं लेकिन अपने संगठनों में चल रहे फर्जीवाड़े पर चुप हैं। असल में आज पत्रकारिता का स्तर गिरने की बात कही जा रही है वह फर्जी पत्रकारों के कारण है। इस प्रकार के फर्जी पत्रकार केवल अपने अवैध कार्य करवाने और किसी तरह से अवैध रूप से पैसा एकत्रित करने के लिए होते हैं। ऐसे फर्जी पत्रकारों के कारण ही पत्रकारिता बदनाम हो रही है।
पत्रकार संगठनों को शक्तिशाली बनाने के लिए सख्त कार्य करते हुए केवल असली पत्रकारों को ही सदस्य एवं पदाधिकारी बनाने चाहिए।
17 अगस्त 2024.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकारिता 60 वर्ष.
( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत)
सूरतगढ ( राजस्थान)
94143 81356
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