मोदी को नहीं मिला:वंदे भारत ट्रेन और अमृत स्टेशन योजना का वोट.चर्चाएं आम.
* करणीदानसिंह राजपूत *
रेलवे में इन्कलाब लाने का वंदे भारत ट्रेन चलाने का खूब प्रचार हो रहा है,आधुनिक सड़कों का निर्माण और प्रचार हो रहा है लेकिन इनका लाभ साधारण व्यक्ति नहीं अमीर लेगा। कारें तेज और तेज अमीर ही दौड़ाएगा।
साधारण व्यक्ति के लिए वंदे भारत ट्रेन नहीं है। यह पैसे वालों के लिए सुविधा है। गरीब साधारण व्यक्ति तो अपने आसपास की यात्रा भी बड़ी मुश्किल से कर पाता है जिसके लिए साधारण यात्री गाड़ी की संख्या नहीं बढाई जा रही। वंदे भारत ट्रेन चलाने वालों अभी तो भारत रेल के मामले में ईंजन और कोचों के हुक जोड़ने को भी आधुनिक ऑटोमेटिक स्वचालित प्रणाली नहीं बना पाया। इस कपंलिंग कही जाने वाले काम को रेलकर्मी हाथों से करते हैं। जब यह हुक जोड़ने की कार्यवाही होती है तब दो रेलकर्मी ईंजन और कोच के बीच में रेल पटरी के मध्य में खतरनाक स्थिति में होते हैं। जापान में हुक जोड़ने की स्वचालित प्रणाली है। वहां पटरियों के बीच में रेल कर्मचारियों को खतरे में खड़ा होकर कपलिंग नहीं करना पड़ता। यह प्रणाली जापान से रिक्वेस्ट पर मिल जाती।
मोदी जी ने 300 अमृत स्टेशन की योजना बनाई जिनका खूब प्रचार किया गया। करोड़ों अरबों रूपयों का खेल। नया रूप देने के लिए पुराने भवनों को आंशिक तोड़ कर सुंदर रूप दिया जाने के पीछे बहुत बड़ा खेल हो रहा है। अमृत स्टेशन निर्माण को सामग्री को देखलें मौके पर। भारत में हजारों स्टेशन हैं जहां पर गाड़ी के इंतजार में यात्रियों को बैठने तक की सुविधा नहीं है। शैड नहीं है। पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं हो रहा। शौच स्थान में तो प्रवेश ही नहीं कर पाते। स्टेशन भवन मरम्मत मांगते हैं।
कर्मचारियों के पर्याप्त आवास नहीं है और जहां कुछ आवास हैं उनके पास भयानक गंदगी है और महीनों तक सफाई नहीं होती।
300 अमृत स्टेशनों की योजना का लोकसभा चुनाव 2024 में लाभ लेने का भुलभुलैया था लेकिन उक्त वोट लाभ मोदी जी को मिल नहीं पाया। लोग आकर्षित नहीं हुए प्रभावित नहीं हुए।लोगों की बोलचाल से जो बातें सामने आ रही हैं उनसे ऐसा लग रहा है। यह योजना वोटों के रूप में बदली नहीं जा सकी।
अमृत योजना का शुभारंभ रेल मंत्री ने नहीं मोदी जी ने किया था। हर स्टेशन पर विशाल पर्दे पर आमंत्रित लोगों को यह सब दिखाया गया। चुनाव आचार संहिता लगने से पहले तक अमृत स्टेशन पर मोदी जी के मुफ्त अनाज देने के होर्डिंग लगे थे। प्लेटफार्म पर चंद्रमा विक्टरी के विज्ञापन लगे थे। अमृत योजना का अमृत लोगों ने चखा नहीं और वोट लाभ मोदी के नाम पर मिला नहीं।
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30 मई 2024. हिंदी पत्रकारिता दिवस.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकारिता 60 वर्ष,
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356.
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