* करणीदानसिंह राजपूत *
भाजपा के प्रदेश मंत्री विजेंद्र पूनिया जिलाध्यक्ष शरणपालसिंह मान पूर्व विधायक रामप्रताप कासनिया पूर्व विधायक अशोकनागपाल पूर्वविधायक गंगाजल मील,पूजा भारती छाबड़ा,महिला मोर्चा और लोकसभा प्रत्याशी प्रियंका बेलाण मेघवाल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को दुष्कर्म पीड़ित परिवार से मिलाने सांत्वना व न्याय के लिए सांवलसर ले जाएंगे? मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 12 अप्रैल को सूरतगढ़ आएंगे।
दुष्कर्म सें परेशान स्वामी परिवार की दो औरतें भाभी ननद आत्महत्या करलें और उसके एक मुकदमें में जांच अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक प्रतीक मील और उसका रीडर भी नामजद अभियुक्त हो तब मामले की गंभीरता सैकड़ों गुणा बढ जाती है। क्या सही और तीव्र जांच के लिए इस मामले को एस ओ जी को सौपा जाने के लिए ये सभी प्रयास करेंगे या इसे पुलिस अधिकारी को बचाने के लिए बीच में लटकता छोड़ देंगे ताकि पीड़ित गरीब परिवार थक कर न्याय मांगना ही छोड़ जाए।
* अभी तक भाजपा नेताओं का रवैया निष्क्रियता भरा साफ साफ दिखाई दे रहा है। श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ पुलिस सर्किल के राजियासर थाना क्षेत्र के सांवलसर ग्राम का मामला है। तीन जनों ने एक महिला को शिकार बनाया और उसके विडिओ बनाए। उसके बाद उसको विडिओ सार्वजनिक करने की धमकियां देकर मजबूर किया और ननद को भी शिकार बनाया। परेशान होकर महिला ने आग लगाली और कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई। उसके पीहर वालों ने मौत पर ससुराल वालों पर मुकदमा कर दिया। दुष्कर्मी कुछ समय गायब रहे और फिर ननद को उसका वीडियो सार्वजनिक करने को धमकाने लगे। पीड़ित लड़की ने 25 मार्च को राजियासर थाने में रेप का मुकदमा नं 81 दर्ज कराया। पीड़िता ने जांच अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक प्रतीक मील और उसके रीडर रामप्रकाश के विरूद्ध 27 मार्च को जिलापुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया। आरोप लगाया कि एक ही समुदाय के होने के कारण अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर रहे। उल्टे उसे पीड़िता को धमकाया जा रहा है कि भाभी की मौत के मामले में जेल भेज देंगे और परिवार को भी फंसा देंगे। उसका डाक्टरी मुआयना कराने के लिए भी भटकाते रहे। पीड़िता ने आत्महत्या करने से पहले मीडिया को अपना बयान रिकॉर्ड कराया उसमें दर्दनाक हालात बताए। डाक्टरी मुआयना करने वाले डॉक्टर ने भी पीड़िता को धमकाया। अभी डाक्टर का नाम शामिल नहीं हुआ है लेकिन जब विडिओ जांच में लिया जाएगा तब डाक्टर पर भी मुश्किल आ सकती है।
* इसके बाद पीड़िता ने 3 अप्रैल की रात को फांसी लगाली और मर गई। इसके बाद मामला और गंभीर हो गया। लोगों व पीड़ित परिवार के धरना प्रदर्शन लाश नहीं लेने का मामला हुआ। आखिर 5 अप्रैल 2024 को मुकदमा नं 96 राजियासर थाने में दर्ज हुआ। एक दुष्कर्मी जो वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देता था और दो पुलिस वालों पुलिस उप अधीक्षक प्रतीक मील,रीडर रामप्रकाश पर केस दर्ज हुआ। जांच रामकरण पुलिस उप अधीक्षक को सौंपी गई लेकिन आरोपी पुलिस उप अधीक्षक प्रतीक मील को न सस्पेंड किया न एपीओ किया। चुनाव ड्यूटी में लगा दिया।
* पुलिस ने जो मुकदमा किया उसमें रामप्रकाश को एफसी और पता सीओ कार्यालय सूरतगढ़ लिखा गया लेकिन पुलिस उप अधीक्षक को पद और एडरैस अलग तरीके से लिखा गया। केवल प्रतीक मील और उसके बीकानेर घर का पता लिखा गया।
* पुलिस जांच में अभियुक्तों के मोबाइल जिनमें विडिओग्राफी हुई जब्ती हुई या नहीं। सभी अभियुक्तों के मोबाइल काल डिटेल आदि अन्य साक्ष्य के लिए त्वरित जांच के लिए सभी प्रकरण जन दबाव से एस ओ जी को निश्चित ही सौंपा जाएगा।
* भाजपा की सरकार है और महिला अत्याचार नहीं होने का दावा करती है इसलिए फिलहाल तो इनके नेताओं और महिला नेताओं का रवैया देखना है कि ये उच्च स्तरीय जांच व पुलिस उप अधीक्षक को सस्पेंड करवाने आदि के लिए क्या करते हैं? क्योंकि धरना आदि में ये मांगे थी। सत्ता धारी भाजपा नेताओं ने परिवार को पीड़ाजनक हालत में छोड़ दिया है या कुछ कर रही है। भाजपा नेताओं की कोई गतिविधियां दिखाई नहीं दे रही और प्रियंका बेलाण की ओर से कोई बयान नहीं है।
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10 अप्रैल 2024.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार.
( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत)
सूरतगढ़ ( राजस्थान)
94143 81356
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