बुधवार, 7 फ़रवरी 2024

कासनिया का कलदार चलेगा:अभी एक ही डेरा बाकी सब मौन.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

भाजपा नेता रामप्रताप कासनिया का कलदार ( रूपया) ही बढे भाव चल रहा है। लोकसभा चुनाव 2024 की श्रीगंगानगर सीट  के लिए भाजपा टिकट की सिफारिश सलाह भी यहां से ही होगी।

 * विधानसभा चुनाव 2023 में जीत नहीं पाने के बावजूद कासनिया का डेरा चल रहा है और बाकी के बंद हैं और खुलने की उम्मीद फिलहाल नजर नहीं आती। सभी सूरतगढ़ विधानसभा चुनाव के टिकटार्थी कहीं जागते हुए नहीं है। 

* कांग्रेस में जिनका डेरा चलता था वह खुला हुआ बंद है।

* समय कई बार एकदम उलट कर चलने लगता है। सन् 2018 में प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी और सूरतगढ़ में कासनिया विधायक चुने गये। सूरतगढ़ में मील ने चलाई। कासनिया ने चुभते अशोभनीय सवालों पर कह दिया था कि मेरी नहीं चलती। बात का बतंगड़ बन गया। चुनाव 2023 में हार हो गई।कासनिया ने एक खुले मंच पर अपनी खुली आदत स्वभाव से कह दिया कि चेताचूक हो गया। पचास पचास हजार से हारने पर हो जाते हैं। लेकिन यह कहना और असलियत में भारी अंतर है। अब प्रदेश में भाजपा की सरकार है और कासनिया विधायक नहीं है मगर कासनिया की चल रही है जैसे मील की चलती थी। अब मील का और भादू का डेरा बंद है। सन् 2023 के विधानसभा चुनाव में मील कांग्रेसी होते हुए कासनिया को समर्थन देकर  और भादू भाजपा के होते हुए निर्दलीय चुनाव लड़कर अपनी राजनीति खत्म कर बैठे। मील और भादू की राजनीति अभी जल्दी से दुबारा चलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही। दोनों ही तगड़े झटके खा गये।राजनीति में उतार चढाव आते जाते रहते हैं।

संदीप कासनिया 

* पहले पावली या चवन्नी रूपये में चलने की कहावत रही लेकिन अब पावली तो रही नहीं। कलदार है। अब कासनिया का कलदार चलेगा।०0०





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