रविवार, 25 फ़रवरी 2024

सूरतगढ़ नगरपालिका में कर्मचारी फर्जीवाड़ा:सरकारी आदेश लीर लीर.

 

* करणीदानसिंह राजपूत .

राजस्थान सरकार के स्वायत्त शासन विभाग का स्पष्ट आदेश था कि सफाई कर्मचारी अपने मूल कार्य पर रहेंगे अन्य कार्य पर उनसे ड्युटी नहीं ली जाएगी। लेकिन सूरतगढ़ नगरपालिका में विभागीय नियुक्त और अन्य सफाई कर्मचारियों को अन्यत्र काम पर लगाया हुआ है। बार बार की शिकायत और मीडिया में आने के बावजूद नगरपालिका प्रशासन अपने को सुधार नहीं रहा है और यह सुधार सस्पेंशन के बाद ही सरकार का आदेश समझ में आता है। स्थानीय नेताओं की और अपनी मर्जी से सफाई कर्मचारियों को कार्यालय में लगाया हुआ है। फर्जीवाड़े की औचक निरीक्षण में पकड़े जाने पर सस्पेंशन की कार्यवाही से स्थानीय नेता बचा लेंगे या नहीं। यह जानकारी प्रशासन को अपने स्तर पर ले लेनी चाहिए। यदि सस्पेंड होने का भय नहीं हो,नौकरी की भी परवाह नहीं हो तो सरकार के आदेश को रौंदे रखना लीर लीर करना खुद की समझदारी हो सकती है। लेकिन सच्च यही साबित होगा कि फंसने पर  स्थानीय नेता कभी बचाते नहीं है। औचक निरीक्षण में यह भ्रम दूर होगा। एक बार सस्पेंड हुए तो फिर महीने बीत जाएंगे इस बुरे हालात में। बस!इंतजार करें सूरतगढ़ में ऐसे औचक निरीक्षण का।👍 नगरपालिका में अधिशाषी अधिकारी की जिम्मेदारी होती है सरकारी आदेश की पालना करना।


*यह घटना सोचने और शिक्षा देने वाली.


सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री अविनाश गहलोत ने छात्रावासों का औचक निरीक्षण किया और निवाई में अनियमितताएं मिलने पर छात्रावास अधीक्षक को किया सस्पेंड कर दिया। निवाई में छात्रावास में 4 अवैध रहते मिले और तत्काल ही सस्पेंशन।

25 फरवरी 2024.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356.

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