गुरुवार, 1 फ़रवरी 2024

सूरतगढ़:एक मुकेश का तोड़ा:पास वाले 250 अतिक्रमण बच रहे हैं

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 1 फरवरी 2024. नगरपालिका प्रशासन ने 29 जनवरी 2024 को वार्ड नं 26 में सड़क से सटे मुकेश स्वामी के एक अतिक्रमण को तोड़ा।मुकेश स्वामी के अतिक्रमण से 100 फुट की दूरी पर इसी सड़क तक हुए अन्य अतिक्रमणों को नहीं तोड़ा जो इसी वार्ड में हैं। इस सड़क से आगे से आगे जुड़े अन्य पास में फैले नये पुराने करीब 250 से अधिक अतिक्रमण हैं। खरीद शुदा भूखंड के मकान से आगे खरीद से भी दुगने और कहीं तिगुने बडे अतिक्रमण। सैकड़ों अतिक्रमणों पर तोड़ने के लिए लाल क्रोस लगाए लेकिन भ्रष्टाचार के कारण इनको तोड़ा नहीं गया। बड़ी मिली भगत हो गई। अतिक्रमणकारी बड़े लोगों में नेता,भारत और राजस्थान सरकार से सेवानिवृत्त अधिकारी कर्मचारी, बड़े व्यापारी, वर्तमान कर्मचारी,आदि हैं।








मुकेश स्वामी के तोड़े गए अतिक्रमण के सामने ही हैं ये एक दूसरे से सटे अतिक्रमण। ये ढाई सौ से ज्यादा अतिक्रमण हाउसिंग बोर्ड कालोनी और उससे सटे हुए हैं। आखिर एक अतिक्रमण तोड़ा जाए और सैंकड़ों की तरफ देखा भी नहीं जाए। अभी 2023 के विधानसभा चुनाव की आचार संहिता में भी अतिक्रमण होते रहे तथा लोग सड़कों के ऊपर तक पहुंच गये। 

* नगरपालिका प्रशासन अधिशासी अधिकारी जो अभी अतिक्रमण तुड़वाने में हैं पवनकुमार,अतिक्रमण निरोधक दस्ते के प्रभारी कालूराम सेन,नगरपालिका बोर्ड के सभी पार्षद सवालों के कटघरे में हैं कि बड़े लोगों के अतिक्रमण तुम्हारे से क्यों नहीं तोड़े जाते? तुम्हारी जेसीबी बहुत से अतिक्रमणों पर चली है और बड़े लोगों के अतिक्रमणों की रिपोर्ट भी बस्ते में बंद हो जाती है। यह दोहरी नीति तो अब चलने वाली नहीं। जनता को जवाब दो कि यह भ्रष्टाचार क्यों और कैसे कायम है और इसमें कौन कौन नहा चुका है? अतिक्रमणकारियों के भ्रष्टाचार से क्या नाता है? ये बड़े अतिक्रमण तोड़ने होंगे और सड़क हक की जमीन को मुक्त करानी होगी।

* सड़कें अतिक्रमण से रूकती जाएं और अनदेखी होती रहे जिले और उपखंड के अधिकारी गौर नहीं करें,निरीक्षण नहीं करें,मालुम होने पर सरकार को जिला कलेक्टर को सूचना नहीं दें तो वे भी नगरपालिका प्रशासन की तरह ही दोषी हैं।* शर्मनाक तो यह है कि जनप्रतिनिधि विधायक डूंगरराम गेदर ( कांग्रेस) और पूर्व विधायकों रामप्रताप कासनिया ( भाजपा)राजेंद्र सिंह भादू( भाजपा) गंगाजल मील( कांग्रेस)अशोकनागपाल( भाजपा) राजनीतिक कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन पदाधिकारी ऐसे गंभीर मामलों पर चुप हैं, वे गरीबों के घरों पर जेसीबी चलते देखते हैं और बडे़ लोगों के अतिक्रमण पर आंखें बंद रखते हैं। शहर की एक भी समस्या पर ये नहीं बोले। विधानसभा चुनाव में टिकटें मांगने वाले भी इसी पंक्ति में हैं। 

👍 सभी चुप रहें लेकिन प्रशासन और नगरपालिका अधिकारियों की ड्यूटी है शहर को अतिक्रमण मुक्त रखने और इन अतिक्रमणों को तोड़ने की। इन अतिक्रमणों को तुड़वाए और तोड़ने मलबा उठाने की लागत के खर्च और जुर्माना वसूलने की।०0०

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