मंगलवार, 5 दिसंबर 2023

बिना चैयरमैन के सूरतगढ़ नगरपालिका: कैसे हो रहे काम?

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 5 दिसंबर 2023.

कार्यवाहक मनोनीत चैयरमैन परसराम भाटिया का कार्यकाल 25 नवंबर 2023 तक ही था। अब नगरपालिका में कोई चैयरमैन नहीं है। चेयरमैन की खाली चेयर से कैसे हो रहे हैं काम? सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग रही मतलब कि इतने महत्वपूर्ण स्थान की नगरपालिका में दस दिन से चैयरमैन नहीं है। कर्मचारियों के वेतन आदि व अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य होते हैं तो वे कैसे चलाए जा रहे हैं। चैयरमैन के हस्ताक्षर कौन कर रहा है?

ओमप्रकाश कालवा को चैयरमेन व सदस्यता से 24 जुलाई 2023 को निलंबित किया गया था। 28 जुलाई 2023 को डीएलबी ने परसराम भाटिया को 60 दिन के लिए अध्यक्ष मनोनीत किया। इसके बाद लगातार 60 दिन के लिए पुन:मनोनीत कर दिया। यह अवधि 25 नवंबर 2023 को समाप्त हो गई।  इसे बीते 10 दिन हो गये।

* प्रदेश में पहले कांग्रेस का शासन था। अब चुनाव के बाद भाजपा जीत गई। अब आदेश कांग्रेसी पार्षद परसराम भाटिया के चैयरमेन नियुक्ति आगे बढाने के तो मुश्किल हैं। 

* महत्वपूर्ण नया यह है कि क्या ओमकालवा कालवा को सीवरेज घोटाले में लपेटकर हटवाया गया जिसमें पूर्व विधायक गंगाजल मील का भी हाथ रहा। सीवरेज घोटाला काजल छाबड़ा के अध्यक्ष काल में हुआ। तत्कालीन विधायक रामप्रताप कासनिया ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया। प्रश्न पर तत्कालीन ईओ लालचंद सांखला ने रिपोर्ट भेजी जिसमें सही छिपाकर झूठे तथ्य भिजवाए गये। सांखला ने दस्तावेज पर हस्ताक्षर 19 - 7-2019 को भेजे। कालवा का चुनाव ही बाद में हुआ और 2-12-2019 को कार्यभार ग्रहण हुआ। कालवा ने इसका एक भुगतान कर दिया। असल में इस घोटाले की जांच ही सही नहीं हो रही।



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