मुझे विजयश्री मिलती रही,सदा मिलेगी। माता पिता का आशीष व ईश्वरीय कृपा.
* करणीदानसिंह राजपूत *
💐 मां हीरा का आशीर्वाद सदा मेरे साथ रहा।
मां हीरा का आज श्राद्ध तर्पण दिवस पर कौओं को भोग कराने का कार्य चार पांच मिनट में ही सम्पन्न हो गया। माता हीरा और पिता रतनसिंह
* हीरा रतन* की सीख लिखने में रही और रहेगी। जनता के लिए लिखना संघर्ष पूर्ण रहता है। लेकिन ईश्वर की कृपा सफलता दिलाती रही है। 78 वर्ष की उम्र और 59 वर्ष की पत्रकारिता है। ईश्वर जब तक जैसा लिखवाएगा उस काल तक तो लिखूंगा।
*भ्रष्टाचारी नेताओं,चाटुकारों दलालों,आठ दस की नाराजगी से जनता से दूर नहीं हो सकता।
* मां को नमन.
12 अक्टूबर 2023.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार,
सूरतगढ ( राजस्थान)
94143 81356
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