सूरतगढ़ सीट:कांंग्रेस और भाजपा में इसलिए जरूरी है नये चहरे:वर्तमान देख रहे है भ्रष्टाचार
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 17 अक्टूबर 2023.
सूरतगढ़ सीट पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही राजनीतिक दलों में मांग हो रही है कि विधानसभा चुनाव 2023 में हर हालत में नये चेहरों को ही टिकटें दी जाए। इस पर दोनों ही दलों में गंभीरता से मंथन हो रहा है। टिकटों के दावेदारों पर संकट है। दुबारा टिकटें मिलने के कोई संकेत नहीं है।
* सूरतगढ़ में नये चेहरे इसलिए जरूरी है कि विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार को होते कांग्रेस के यहां सत्ता संचालन कर रहे हनुमानमील और पूर्व विधायक गंगाजल मील कांग्रेस राज में हो रहे भ्रष्टाचार को देखते रहे। नगरपालिका में तो मौजूद भी रहे और अभी भी चल रहे भ्रष्टाचार को देख रहे हैं। कभी भी रोकने की कोशिश नहीं की। भाजपा के विधायक रामप्रताप कासनिया भी कांंग्रेस राज के भ्रष्टाचार को देखते रहे और इनकी पूरी टीम भी देखती रही। भ्रष्टाचार को देखते रहना एक प्रकार का सहयोग और भाजपा नीति का पालन नहीं करना है। आखिर कासनिया जी को भी टिकट फिर से क्यों दी जाज?
सूरतगढ़ विधानसभा संपूर्ण क्षेत्र से कांंग्रेस और भाजपा में नये चेहरों को ही टिकट देने की मांग इसलिए उठ रही है कि जनता भ्रष्टाचार से बुरी तरह से परेशान हो चुकी है। जनता की मांग को ठुकराना इन दोनों ही पार्टियों कै लिए नुकसान देने वाला होगा।
* कांंग्रेस लगातार दो बार सन 2013 और 2918 में हार चुकी है। इस बार टिकट सोच समझ कर नये चेहरे को देना कांंग्रेस समर्थकों व जनता की मांग है। इस बार धन बली को टिकट देने से पार नहीं पड़़ने वाली। नये मजबूत चेहरे खोजना और उनको चुनाव में उतारना कांग्रेस पार्टी का काम है।
* भाजपा को सूरतगढ़ में तीसरी बार लगातार जीत और राजस्थान में सत्ता चाहिए तो नये चेहरे को ही टिकट देनी होगी। वर्तमान विधायक जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं की पसंद सै बाहर हो चुके हैं।
* कांंग्रेस और भाजपा सर्वे और कार्यकर्ताओं तथा गुप्त रिपोर्ट्स पर विश्वास करे।०0०