* करणीदानसिंह राजपूत *
कांग्रेस के डुंगरराम गेदर के सामने भाजपा भी इसी मूल ओबीसी वर्ग के नये चेहरे श्रीभगवान सेवटा को चुनाव में उतारेगी या फिर वर्तमान विधायक रामप्रताप कासनिया को ही जन विरोध के बावजूद टिकट दे देगी? कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों में नये वर्ग और नये चेहरे की मांग उठी हुई है।
कांग्रेस में डुंगरराम गेदर मूल ओबीसी कुम्हार है और भाजपा में मूल ओबीसी कुम्हार से ही श्री मगवान सेवटा टिकटार्थी हैं। डुंगरराम गेदर का नाम 19 अक्टूबर से शिखर पर छाया हुआ है और टिकट भी इसी के चारों ओर घूम रही है।
सूरतगढ़ सीट पर ओबीसी से 2008 में कांंग्रेस के गंगाजल मील जीते। 2013 में ओबीसी के राजेंद्र सिंह भादू जीते। 2018 में ओबीसी के रामप्रताप कासनिया जीते। ओबीसी के ये तीनों जाट हैं। इस बार सर्वे में कांंग्रेस और भाजपा दोनों में ही इस वर्ग के अलावा किसी अन्य वर्ग को टिकट देने की मांग है। भाजपा सूची में से वर्तमान विधायक रामप्रताप कासनिया और श्रीभगवान सेवटा में से कौन प्रत्याशी होगा? क्या भाजपा सूची में इन दो के अलावा भी कोई तीसरा नाम भी है? लोग अनुमान और संभावना के अपने अपने घौड़े दौड़ा रहे है। ०0०
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