शनिवार, 10 जून 2023

नगरपालिका सभा में विधायक भी प्रवेश नहीं कर सकेगें।

 



* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 10 जून 2023.

नगर पालिका मंडल सूरतगढ़ की 10 जून को होने वाली साधारण सभा में विधायक भी प्रवेश नहीं कर सकेंगे। नागरिकों का प्रवेश रोक दिया गया है। अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र गोदारा के 9 जून के आदेश से तो पार्षद गण, कर्मचारी, अधिकारी, और पत्रकार ही प्रवेश कर सकेंगे। अधिशासी अधिकारी ने यह आदेश नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा के निर्देश पर निकाला है।

* विधायक सदन का सदस्य होता है लेकिन आदेश के अनुसार अनुमति केवल पार्षद गण, कर्मचारी, अधिकारी, और पत्रकारों को ही है।



*आश्चर्य जनक यह है कि ओमप्रकाश कालवा भाजपा में हैं और विधायक रामप्रताप कासनिया भी भाजपा के हैं। आदेश में विधायक का प्रवेश क्यों नहीं लिखा गया?

सभा कक्ष में दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है जो पार्षदों पत्रकारों कर्मचारियों अधिकारियों की पहचान करेंगे। 

* पहचान का सामान्य तरीका पहचान पत्र आईडी ही होता है,जो संबंधित विभागों द्वारा और पत्रकारों को संबंधित अखबारों एजेंसियों इलेक्ट्रॉनिक चैनलों की ओर से दिए हुए होते हैं।  लेकिन इनकी पहचान कौन करेगा? क्या नियुक्त कर्मचारी कर लेंगे?

** असल में इस आदेश की भावना कुछ अलग लग रही है। पार्षदों के नौकर,रिश्तेदार,प्रतिनिधि, ड्राइवर, आदि और पत्रकारिता की आड़ में कोई भी अंदर सभा कक्ष में कार्रवाई रिकॉर्ड न कर सके। ऐसा लगता है। 

अध्यक्ष चाहता है कि सभा व्यवस्थित रहे तो नागरिकों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था कुछ दूरी पर करवाए।

प्रेस गैलरी बनाए उसी में से ही पत्रकार समाचार नोट करें फोटो लें और विडिओग्राफी रिकॉर्डिंग कर सकेंं तथा सारे हाल में न घूम सकें।

अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा को 10 जून की बैठक से भय क्यों लग रहा है?  समाचार पत्रों संवाददाताओं से रिकॉर्डिंग से भय क्यों लग रहा है? या तो नियम आदेश निकाले नहीं जाएं और निकाले जाएं तो फिर उनका कड़ाई से पालन भी होना चाहिए जो पूरा होना संभव नहीं लगता।

 नागरिकों के लिए साधारण बैठक में प्रवेश का कोई प्रतिबंध नहीं है। वह शांति से संपूर्ण कार्यवाही को देख सकता है सुन सकता है लेकिन घूम नहीं सकता और रिकॉर्ड नहीं कर सकता। सामान्य नागरिक को प्रवेश दिया जाए तो उसके मोबाइल आदि जिनसे  रिकॉर्ड कर सकता है वह पहले से ही सभा कक्ष से बाहर रखवाए जाने चाहिए,लेकिन यह नियम 1 दिन के लिए नहीं हमेशा के लिए बनाए जाने चाहिए। 

सभा शांति से चले इसके लिए पक्ष विपक्ष दोनों ही तैयार हों,हेकड़ी से शांति नहीं होती।

अध्यक्ष शांति चाहते हैं तो एक एक प्रस्ताव को विधिवत प्रस्तुत करें। प्रस्ताव के पक्ष विपक्ष में है या नहीं है या दोनों तरफ नहीं है तो यह हर प्रस्ताव पर वोटिंग करा कर के निर्णय करवाएं।यह आदेश केवल 10 जून की बैठक के लिए ही है समझ में नहीं आ रहा है।  यह पत्रकारों के लिए जारी करना था तो केवल आईडी अनिवार्य करनी थी और गैलरी भी। सम्मानित तरीके से बैठाएं भी।


* यह आदेश जारी होने के बाद पालिका अध्यक्ष ने भी पढा होगा? मेरा प्रश्न है कि विधायक को कैसे किन कारणों से रोका है? आदेश की प्रति पढलें देखलें।०0०

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