बुधवार, 18 जनवरी 2023

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा. ले-सत्य पारीक.इतिहास रचेगी यह पुस्तक

 

सत्य पारीक की राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा पर लिखी पुस्तक 'भारत जोड़ो यात्रा' राजनैतिक सामाजिक और अन्य क्षेत्रों में कार्य करने वाले बड़े और छोटे हर व्यक्ति के लिए आने वाले समय में इतिहास रचने वाली होगी।

 राहुल की यात्रा पर अभी तुरंत जो समीक्षाएं हो रही है जो लिखा जा रहा है वह भविष्य में जोक्स हो जाएगा। यात्राएं जब-जब हुई हैं तब तब बदलाव आया है और वह बदलाव भविष्य को निर्धारित करने वाला प्रमाणित भी हुआ है। राहुल गांधी की यात्रा को मजाक बताने वाले उसे बेवकूफ और यात्रा को  बेवकूफी भरी यात्रा बताने वाले लोग बहुत अधिक संख्या में नहीं है। यदि राहुल गांधी की यात्रा से कोई भी बदलाव होने वाला नहीं है तो फिर इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।  जिस प्रकार की घबराहट जिस प्रकार की आलोचना की जा रही है,उससे यह लगता है कि इस यात्रा से जो होने वाला है जो हो रहा है उसे समझा तो जा रहा है लेकिन स्वीकार नहीं किया जा रहा। राजनीतिक क्षेत्र में काम करने वाले दूसरी पार्टियों के खासकर भारतीय जनता पार्टी के लोग

राहुल को क्यों स्वीकार करें? क्यों उसकी यात्रा को स्वीकार करें? समझ तो रहे हैं लेकिन केवल कांग्रेस के विरोधी होने के कारण उसके आलोचक बने हुए हैं। 

*  देश में भयानक भ्रष्टाचार, भयानक महंगाई, आम जनता परेशान, युवाओं की बेरोजगारी की आवाज, किसी की आवाज सुननी नहीं।लोगों का तिरस्कार करना। मीडिया से बात नहीं करना।ऐसे अनेक कारण देश में छाए हुए हैं। हमारा देश विभिन्न धर्मों संप्रदाय जातियों विचारों वर्गो अमीर और गरीब आदि में बंटा हुआ है। इस प्रकार के देश में जब सन् 2024 में आम चुनाव यानी लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं, उससे  पहले यात्रा करना और उसको भारत जोड़ो यात्रा नाम देना बहुत बड़ी बात है।

 सत्य पारीक इस समय 75 वर्ष के बड़े विचारक लेखक है जिनकी अनेक पुस्तकें राजनीति पर प्रकाशित हो चुकी हैं। भारत जोड़ो यात्रा पुस्तक में उन्होंने राहुल गांधी के अनेक पहलुओं को प्रदर्शित किया है और हो सकता है कि वे पहले किसी पुस्तक में नहीं छपे हों।  इस पुस्तक में अलग-अलग अध्यायों में अलग-अलग सार गर्भित सामग्री है और देश की राजनीतिक स्थिति पर व्यापक रूप से विस्तार से लिखा गया है।

* इस यात्रा के भविष्य में होने वाले बदलाव में लेखक मानते है कि राहुल गांधी भविष्य में प्रधानमंत्री बनेंगे। यही वाक्य है जिसको कांग्रेस विरोधी खासकर भाजपा के लोग एक मजाक के रूप में मानते हैं और राहुल गांधी को पप्पू के रूप में या बहुत अशोभनीय शब्दों में उच्चारित करते हैं। 

* प्रजातंत्र में कभी कोई व्यक्ति स्थाई नहीं होता और कभी कोई दल सदा के लिए सत्ताधारी नहीं हो सकता। बदलाव होता रहता है।यह बात सभी राजनीतिक दलों को समझनी चाहिए लेकिन सत्ता में जब कोई आता है तो उसे अन्य दल तुच्छ लगने लगते हैं। सत्तारूढ़ दल यह मानने लगते हैं कि उनके अलावा देश का संचालन कोई नहीं कर सकता।

*  राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में जो बातें लिखी है जो तथ्य हैं और इस यात्रा से जो कुछ निकलेगा वह परिणाम निश्चित रूप से देश की राजनीति में बदलाव करने वाला होगा।

* आज चाहे इसे स्वीकार नहीं किया जाए इसलिए मैं समीक्षा के रूप में यह बात लिखता हूं कि इस पुस्तक को संभाल कर रखें और अधिक से अधिक लोगों को पढ़ाने व पढ़ने के लिए प्रेरित भी करें। 

इस पुस्तक में जो अध्याय हैं चैप्टर हैं, मैं उनका उल्लेख करते हुए और उसमें जो उपशीर्षक है उनको यहां देते हुए यह बताना चाहता हूं कि इस पुस्तक को राजनीति में काम करने वाले लोगों को सामाजिक काम करने वाले लोगों को विद्यार्थियों को जरूर पढ़ना चाहिए। यह पुस्तक भविष्य में इतिहास के सम पुस्तक के रूप में भी लोग स्वीकार कर सकेंगे यह मैं मानता हूं। इस पुस्तक में सत्य पारीक ने जो लिखा है वह महत्वपूर्ण है। 

इस पुस्तक के संपादकीय अध्याय में राहुल गांधी को राजनीति का अपराजित योद्धा बताया गया है।

 लेखक लिखता है कि ये राजनीति इतनी नहीं आसां,इतना समझ लीजिए इक  आग का दरिया है और डूब के जाना है। 

राहुल गांधी की तस्वीर बनाम विनोबा भावे। राजनीति में क्या यही बाकी रह गया है कि स्वयं को सिद्ध करने के लिए अब दूसरे नेताओं की तरह के स्टंट करके दिखाने होंगे।राहुल एक योद्धा। राहुल की फिटनेस का राज क्या है?आपको राहुल गांधी को देखकर युवराज की फीलिंग होती है।

** अशोक गहलोत कहते राहुल गांधी के पैरों में पड़े फफोलों छालों को प्रणाम जिन्होंने देश की पवित्र धरती को पैदल नापा है। गोविंद सिंह डोटासरा कहते हैं राहुल गांधी कांग्रेस में नए युग की पहचान बन गए हैं। 

मेरी बात में लिखा है तू न थकेगा कभी, तू न रुकेगा कभी,तूने मुड़ेगा कभी,

कर शपथ कर शपथ कर शपथ।अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।

* राहुल गांधी की जिंदगी के अनछुए पहलू। इसमें बहुत सी बातें लिखी हुई है। वे पांच कारण हैं जो राहुल गांधी को सन्  2024 में भाजपा पर बढत दिला सकते हैं। राहुल अगर कुछ सुझाव पर गौर करें तो हो सकता है कि 2024 में देश का ताज उनके पास हो। 

भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत क्यों?यूपीए की सरकार होती थी तब क्या होता था? 


वर्तमान में महंगाई बढ़ाने वाली मोदी सरकार का नारा है देश मजबूत हाथों में है चिंता ना करें, हिंदू खतरे में है वगैरा-वगैरा।

 राहुल गांधी के नेतृत्व में 7 सितंबर 2022 में भारत को जोड़ने की यात्रा शुरु की गई। यात्रा कुल 3570 किलोमीटर होगी। यह 12 राज्यों 2 केंद्र शासित प्रदेशों के अंतर्गत आने वाले 113 स्थानों और 65 जिलों में से होकर गुजरेगी।


* इस यात्रा को लेकर कई सवाल पैदा पैदा होते हैं जिन पर चर्चा करना जरूरी है कि क्या भारत टूटा है जो जोड़ने की जरूरत आ पड़ी है। 

लेखक का अनेक बातों में इस पर विश्लेषण है और बड़ा रोचक विश्लेषण किया हुआ है।

 राजनीति के अनेक पृष्ठ इस पुस्तक के अंदर हैं चैप्टर देखें। जब अलवर महाराज ने अपने राज्य का झंडा नहीं झुकाया था। पुरखों के हत्यारों के देश में राष्ट्रपति।कांग्रेस पर बहुत कुछ लिखा हुआ है। भाजपा के प्रमोद महाजन पर भी है।


 एक बड़ा चैप्टर है गेमचेंजर होगी राहुल की भारत जोड़ो यात्रा। भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी को मिलेगा लाभ।लाखों यात्री भी होंगे शामिल।जनता से जुड़ना कितना संभव होगा। योगेंद्र यादव का कथन आएगा काम। मुद्दों पर संघर्ष का संदेश देने की रहेगी कोशिश। राहुल की दावेदारी होगी मजबूत।राहुल गांधी की तपस्या है भारत जोड़ो यात्रा। प्यार से नफरत को जीतने में कामयाब होगी कन्याकुमारी से शुरू हुई  भारत यात्रा। कांग्रेस के अस्तित्व की जंग।  नेतृत्व के सवाल का मिला जवाब। विपक्षी दलों के नेतृत्व का जवाब क्या लोगों को जोड़ पाएगी कांग्रेस। यात्रा का खाका।

यात्रा में तीन तरह के यात्री शामिल। भारत यात्री प्रदेश यात्री अतिथि यात्री। कांग्रेस का दक्षिण भारत पर खास ध्यान।  भारत में भाजपा में वंशवाद। पुस्तक में सिंधिया परिवार जाखड़ वंश वीरेंद्र सिंह परिवार अधिकारी परिवार बहुगुणा परिवार यादव परिवार प्रसाद परिवार प्रवीण आदि पर भी लिखा हुआ है। 

भारत जोड़ो यात्रा पर आगे की रणनीति क्या होगी? भारत यात्रा को लेकर कांग्रेस में क्या मंथन है? इस यात्रा का उद्देश्य क्या है? राहुल गांधी ने मोदी पर कड़ा हमला बोला? भारत जोड़ो यात्रा से देश चुनावी मोड पर! राहुल का नया अवतार! भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक चुनाव! कांग्रेस ने बनाया यह खास प्लान! भारत जोड़ो यात्रा से है कनेक्शन। यात्रा से काफी कुछ सीखने को मिला। राहुल गांधी का मां के प्रति प्रेम। अडानी के निवेश पर सियासत। भाजपा ने कांग्रेस नेतृत्व पर साधा निशाना। क्या यह राहुल गांधी का गंभीर प्रयास है या एक छलावा है? 


* बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं युवा एक बहुत बड़ा चैप्टर चुनौती देने वाला चैप्टर है। 

** देश के राजा का हुक्म है! हर आवाज को कुचल दो। राहुल गांधी ने कहा देश के राजा का हुक्म है बेरोजगारी महंगाई नफरत और असमानता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को कुचल दिया जाए। उनके अरमान और फरमान के आगे सीना ताने बेखौफ युवा खड़े हैं जिनकी गरजना अब देश की हर एक सड़क पर गूंज रही है। यह दबने नहीं  देंगे।

बहुत महत्वपूर्ण है इंडिया में अपना हक मांगने वालों के लिए राहुल की सलाह।

 मोदी के न्यू इंडिया नारे पर भी कटाक्ष और महत्वपूर्ण है।राहुल गांधी ने जो कहा कि हर राज्य के छात्रों को मातृभाषा में परीक्षा हो जो छात्र अपनी मातृभाषा में परीक्षा देना चाहता है तो उसे उसके लिए अनुमति होनी चाहिए। यह बहुत महत्वपूर्ण बात है जो देश की तस्वीर को बदलने वाली है। इससे निश्चित रूप से देश की तस्वीर बदल सकते हैं।

एक चैप्टर है यात्रा में राहुल गांधी ने क्या पाया? राहुल गांधी का लोगों से जुड़ाव और संवाद सड़क पर उतरने का जज्बा। कांग्रेस के भीतर आत्मविश्वास। कांग्रेस किसानों के साथ थी है और रहेगी।

यह भी एक चैप्टर है। अशोक गहलोत कहते हैं, बीजेपी के लोग ताना-बाना बुन रहे हैं। आज मुल्क में सांप्रदायिकता तनाव और हिंसा का माहौल बना है वह देश बर्दाश्त नहीं कर पाएगा अफोर्ड नहीं कर पाएगा। गहलोत ने कहा कि मेरा मानना है कि राहुल गांधी का संदेश आपस में भाईचारा सभी जातियों में सभी धर्मों में सभी वर्गों में सद्भावना का माहौल बने। ऐसा माहौल बनाने की आज आवश्यकता है। इसके लिए राहुल गांधी निकल पड़े हैं।उनका कारवां चल पड़ा है।डंके के साथ चल पड़ा है। हिम्मत और हौसले के साथ है।राहुल गांधी का कमिटमेंट देशवासियों के साथ में है। गरीबों दलितों पिछड़े के साथ में है।किसानों के साथ में है। मजदूरों के साथ में है।राहुल गांधी देश को बचाने की चिंता कर रहे हैं।देश को अखंड रखने की चिंता कर रहे हैं।

गहलोत ने कहा कि राजनीति के अंदर उनकी यात्रा शुभ होगी। आने वाले वक्त में राहुल गांधी का संदेश वर्गों के बीच में जाएगा। एक अध्याय है

 बिलारी से सोनिया का कनेक्शन।

राहुल की यात्रा से नरेंद्र मोदी घबराए। बहुत महत्वपूर्ण एक चैप्टर है।मोदी का नया लुक बिजनेस सूट में मोदी। यात्रा से खिसक गई है बीजेपी की जमीन।

 फायदे की उम्मीद। एक प्रतिज्ञा और लगातार चलने का जज्बा। यह है भारत यात्रा में राहुल गांधी के सहयात्री। संघ झुका मुस्लिम मतदाता की तरफ। इंडियन एक्सप्रेस ने मोदी सरकार का बैंड बजाया। सोनिया गांधी के नेतृत्व में यूपीए थर्ड का गठन। 

* देश में आज लुटेरों का गिरोह सत्तारूढ़ है।  अमीरों के लिए काम कर रही मोदी सरकार। भाजपा की तुलना राक्षसों से।पहले सिरसा और फतेहाबाद। नीतीश तेजस्वी रैली स्थल पर।

 रैली से देश भर में संदेश। देश भर के विपक्षी नेता एक मंच पर। इनेलो की रैली में विपक्षी नेताओं का जमावड़ा।चौटाला के परिवार में भी चल रहा है पावर गेम।सोनिया गांधी से लालू नीतीश की मुलाकात।

* मीडिया से गायब राहुल की भारत जोड़ो पदयात्रा। भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा में डर का भाव। स्वागत है राहुल गांधी। राहुल गांधी की बड़ी लकीर।मैं सदा केरल वासियों का रहूंगा ऋणी। राहुल लेफ्ट गठबंधन का विरोध। राहुल ने केरल को बताया अपना घर।भारत से जोड़ो यात्रा लोगों से जुड़ने का जरिया। महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित। सोनिया गांधी पदयात्रा में शामिल हुई।सोनिया के यात्रा में जुड़ने के सियासी मायने क्या है?  कांग्रेस को इससे क्या फायदा हो सकता है?  सोनिया के शामिल होने से भाजपा पर क्या असर है? कांग्रेसका दक्षिण कनेक्शन? बारिश के बीच राहुल की जनसभा।  कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं का बढ़ा उत्साह। लंबे समय बाद सोनिया ने दिखाई सक्रियता।खड़गे मेरे अध्यक्ष हैं मुझे निर्देश दे सकते हैं-राहुल गांधी। प्रतिज्ञा और लगातार चलने का जज्बा यह है भारत जोड़ो यात्रा। राहुल गांधी के सहयात्री। भारत जोड़ो यात्रा से राहुल ब्रांड बने। कांग्रेस की नीति क्या है? इस यात्रा से राहुल गांधी को क्या मिलेगा? कांग्रेस को क्या मिलेगा? कर्नाटक में सबसे अधिक दिन की यात्रा। हाफ पेंट में आग की लपटें। बीजेपी को भारी पड़ रही जल्दबाजी। कांग्रेस की राजनीति की इसलिए चर्चा। रणनीति में यह दिखा बदलाव। कितना फायदा इसका आकलन बाकी।

अशोक गहलोत कह रहे हैं । आजादी के बाद का सबसे बड़ा घोटाला।

भारत जोड़ो यात्रा का आंध्र प्रदेश में जोरदार स्वागत। राजस्थान में राहुल की यात्रा। भारत जोड़ो यात्रा का 50 दिन। हर क्षण विनम्रता और प्रेम से भरा। मोदी का गोदी मीडिया कैमरा।  ओछे हथकंडे पर उतरी भाजपा 50 से अधिक पोस्टर फाड़े। रामदेव ने राहुल गांधी की यात्रा की तारीफ की। उड़ीसा में भारत जोड़ो यात्रा। पटेल और इंदिरा को श्रद्धांजलि। भारत जोड़ो यात्रा का विचार कहां से आया? मोरबी हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि? मोरबी पुल हादसा बनेगा बड़ा चुनावी मुद्दा? क्या इतिहास में यह यात्रा इतिहास बदलने वाली होगी? जन नायक बनकर उभरे राहुल गांधी- अशोक गहलोत। भारत जोड़ो यात्रा से राहुल का कद बढ़ा। राहुल के काम से कितने संतुष्ट। केरल का आकलन। नोटबंदी की छठी बरसी।नोटबंदी के उद्देश्य क्या थे? टि्वटर हैंडल ब्लॉक करने के आदेश रद्द।  खबरिया चैनलों का पतन। संसद में आवाज दबा दी जाती है। बहुत महत्वपूर्ण चैप्टर है। यह बिहार में भारत जोड़ो यात्रा बड़ी चुनौती। भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस की प्लानिंग सत्ता में रहते हुए शुरू हुई थी। कांग्रेस संदेश यात्रा राजीव गांधी ने भी की थी यात्रा। वाईएसआर रेड्डी की आंध्र प्रदेश में यात्रा से मिली थी कामयाबी। जगन रेड्डी की प्रजा संकल्प यात्रा ने दिलाई सत्ता। एक बहुत बड़ा चैप्टर है। सोशल मीडिया के जरिए चुनाव में धांधली। राहुल के जारी वीडियो में कही गई पांच बातें।कांग्रेस के मित्र दलों में चर्चा शुरू। विशाल की कुर्बानी बहुत बड़ी।भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र के अपने अंतिम चरण में से गांव की ओर बढ़ी। राहुल गांधी को बम से उड़ाने और कमलनाथ को गोली मारने की धमकी। यह एक ऐतिहासिक क्षण है।करगिल युद्ध के नायक दीपचंद भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल। 

राहुल गांधी की यात्रा:यह हो सकते हैं मायने।  गहलोत नहीं चाहेंगे कि सचिन मुख्यमंत्री बने। छत्तीसगढ़ के मिट्टी पानी। गहलोत पायलट की दुश्मनी पुरानी। राहुल का भाजपा पर हमला। इंदिरा गांधी जयंती शक्ति भाग के रूप में मनाई। नया सूर्य उदय होगा -कृष्णा पूनिया। मुझे राहुल गांधी के साथ चलने पर गर्व -दिव्या। यात्रा से ब्रेक लेकर गुजरात में चुनाव प्रचार। राहुल गांधी की यात्रा हिंदी बेल्ट में प्रवेश। राहुल का केंद्र सरकार पर निशाना।पदयात्रा के रास्ते में 321 लोकसभा क्षेत्र। राहुल का चेहरा बदला क्या यात्रा से राजनीति भी बदलेगी? राहुल गांधी को इस यात्रा की आवश्यकता।  वसुंधरा राजे के चुनावी गढ़ में यात्रा। राजस्थान की कांग्रेस राजनीतिक।  राजस्थान के साथ न्याय होगा। पायलट की वजह से पार्टी में माहौल खराब हुआ।पायलट को लग रहा था कि वह तो सीएम बन रहे हैं।पायलट को चाहते थे मंत्री बनना।गहलोत ने चलाया ब्रह्मास्त्र। राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा। 

लेखक इस यात्रा को लेकर बहुत आशान्वित है कि यह देश में बदलाव लाने वाली यात्रा सिद्ध होगी। ज्योतिषाचार्यों ने इस यात्रा को 2024 में फलदायक बताया है।

इस पुस्तक का बैक कवर पढने वाला है।



440 पृष्ठों की पुस्तक में 85 चित्र हैं जो पुस्तक का महत्व बढाते हैं।

* प्रथम संस्करण. दिसंबर 2022.

मूल्य 640 रू.

पुस्तक ऑनलाइन  एमेजॉन और फिल्पकार्ट से मंगवाई जा सकती है।


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पुस्तक के प्रकाशक हैं. 

तनेशा पब्लिशर्स.

254,खुरियाखरत्ता नं 10,बिंदु खट्टा,

लाल कुआं,

नैनीताल ( उत्तराखंड) भारत.



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दि.18 जनवरी 2023.

पुस्तक चर्चा-

करणीदानसिंह राजपूत,

स्वतंत्र पत्रकार,

1965-66 से पत्रकारिता व लेखन.

( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ (राजस्थान )

94143 81356.

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