सूरतगढ़ पुलिस:कमलदीपसिंह पर कं की करोड़ों की जमीन आगे बेचने का केस.जांच जारी.
* करणीदानसिंह राजपूत *
**राजस्व कर्मचारी पटवारी और नगरपालिका कर्मचारियों पर भी मिलीभगत का आरोप **
सूरतगढ़ 23 नवंबर 2022.
सूरतगढ़ सिटी पुलिस द्वारा लक्ष्य प्राइम इंडिया इंफ्रा डेवलपर्स लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर कमलदीप सिंह के विरुद्ध धोखाधड़ी करके कंपनी की जमीन अपने नाम करवाने के मामले में आपराधिक मुकदमे में जांच कर रही है।
यह मुकदमा कंपनी के प्रबंध निदेशक बहादुर सिंह पुत्र प्रभाती राम जाट हनुमानगढ़ की ओर से अदालत के मार्फत करवाया गया है। कमलदीप सिंह भी हनुमानगढ़ का रहने वाला है।
प्रबंध निदेशक बहादुर सिंह की ओर से एडवोकेट विवेक सेतिया ने पैरवी की।
अदालत के आदेश से सिटी पुलिस थाना सूरतगढ़ में यह मुकदमा 11 नवंबर 2022 को
दर्ज किया गया। पुलिस जांच कर रही है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक ने आरोप लगाया है कि कंपनी के बैंक खाते में 3 डायरेक्टर राजकुमार कमलदीप सिंह और रविंद्र सिंह के हस्ताक्षर प्रमाणित करवाएं हुए हैं।तीनों को संयुक्त तौर पर उक्त कंपनी की ओर से लेनदेन का जिम्मा सौंपा हुआ था। कंपनी को विस्तार के लिए सूरतगढ़ क्षेत्र में भूमि की आवश्यकता थी। इसलिए सरोज देवी पत्नी प्रवीण कुमार के स्वामित्व की कृषि भूमि रोही सूरतगढ़ की खाता संख्या 162 नया और पुराना 158 के खसरा संख्या 330,322/2, 322/2,322/5,325/1और 325 /2 की
.97866 तथा खाता संख्या 158 नया 150 पुराना के खसरा संख्या 325/2 की 900 वर्ग फुट भूमि खरीद करने का सौदा किया गया। खसरा बड़ा था सरोज देवी ने खाता विभाजन के लिए उपखंड अधिकारी की अदालत में एक वाद दायर किए उस खाता विभाजन प्रकरण में पार्टी बनने के लिए कमलदीप सिंह ने प्रार्थना पत्र लक्ष्य प्राइम इंडिया इंफ्रा डेवलपर्स द्वारा प्रस्तुत किया। उक्त खाता विभाजन दिनांक 29 -12 -2016 को डिक्री हो गया। प्रार्थी की कंपनी लक्ष्य प्राइम इंडिया इंफ्रा डेवलपर्स लिमिटेड द्वारा खरीद की गई भूमि का अलग खाता विभाजित हो गया। कंपनी के नाम से अंतिम डिक्री 8 जून 2017 के अनुसार नया खसरा तरमीम होकर 811/ 325 लक्ष्य प्राइम इंडिया इंफ्रा डेवलपर्स लिमिटेड के नाम से .98698 हेक्टेयर के रूप में विभाजित हुई। इसके बाद राजस्व रिकॉर्ड में भूमि का अंकन लक्ष्य प्राइम इंडिया इंफ्रा डेवलपर्स लिमिटेड के नाम से कराना था मगर कमलजीत सिंह ने यह जानते हुए कि उक्त भूमि लक्ष्य प्राइम इंडिया इंफ्रा डेवलपर्स लिमिटेड द्वारा प्रतिफल अदा करके प्राप्त की गई है कंपनी की संपत्ति है लेकिन कमलदीप सिंह ने राजस्व कर्मचारियों व हल्का पटवारी से मिलकर अपने आप को अनुचित लाभ पहुंचाने तथा प्रार्थी की कंपनी को सदोष हानि पहुंचाने के आशय से फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी प्रार्थना पत्र तैयार कर बदयांती से अपने नाम करवा ली और जो विक्रय पत्र दो थे कंपनी के नाम से उसके बावजूद अपने नाम करवाई।यह नामांतरण गुपचुप ढंग से दर्ज करवाया गया जिसकी जानकारी प्रार्थी प्रबंध निदेशक को नहीं हुई।
कमलदीप सिंह ने झूठे हलफनामे में नक्शा आदि अपने आप को खरीदशुदा भूमि का स्वामी बताते हुए प्रस्तुत किए। उसके आधार पर नगरपालिका अधिकारियों से साजबाज करके अपने नाम की झूठी रिपोर्ट तैयार करवाली। कमलदीप सिंह ने सारे कार्यवाही छुपा कर नगर पालिका सूरतगढ़ से 17-4- 2018 को खसरा संख्या 811/ 325 की भूमि में से 29695 वर्ग फुट पार्ट का अपने नाम से पट्टा संख्या 16 जारी करवा लिया।
कमलदीप सिंह द्वारा छल से जमीन अपने नाम करवाने का पता प्रबंध निदेशक को लगा तब प्रबंध निदेशक ने कमलदीप से बातचीत की ओलभा दिया तो उसने कहा कि जो मैंने कर लिया वह कर लिया और जमीन भी आगे भेज दी है। तुम्हें जो करना है कर लो।
उसके बाद में प्रबंध निदेशक की ओर से जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र दिया गया पुलिस द्वारा कार्यवाही नहीं हुई तब अदालत के अंदर परिवाद प्रस्तुत किया गया। कमलदीप सिंह ने कं की बेशकीमती जमीन को भूखंडों के तौर पर बेच कर करोड़ों रूपये हड़प कर गया।
अदालत के आदेश से सिटी पुलिस थाने में कमलदीप सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ जिसकी जांच चल रही है।०0०