हे दीप,देश को भ्रष्टाचार अनाचार से मुक्त करते रहना: कविता:- करणीदानसिंह राजपूत.
हे दीप,
देश को रोशन करते रहना
भ्रष्टाचार अनाचार से
मुक्त करते रहना।
अनेक भ्रष्टाचारी अत्याचारी
फैलाते रहते हैं अंधकार
तुम्हारी ज्योति से होता रहे
उन सब का अंतिम संस्कार।
तुम जलते रहना देश में चहुंओर
तुम रोशन करते रहना
देश की हर डगर
जहां से गुजरे नौजवान
देशभक्ति की अलख जगाते
सीमा पर पहुंचते रहें
सैनिक रक्षक बनकर।
हे दीप,
देश को रोशन करते रहना
तुम्हें नमन करते हैं
देश के सभी नर नारी।
तुम ही हो शांति प्रिय
असल उद्धारक
देश में अमृत प्रकाश
फैलाने वाले।
तुम्हारी ज्योति ही
दिखलाएगी
सच्च का मार्ग
तुम्हारी ज्योति ही
जयघोष के साथ
लाएगी रामराज्य!
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दीपावली की शुभकामनाएं!
प्रथम 24 अक्टूबर 2022.
अपडेट 30 अक्टूबर 2024.4
करणीदानसिंह राजपूत,
विजय श्री करणी भवन,
सूर्यवंशी स्कूल के पास,
मिनी मार्केट,
सूरतगढ़।
94143 81356.e
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