शनिवार, 15 अक्तूबर 2022

गोधों का शहर:ओमप्रकाश कालवा का शहर: गोधों का शहर:अनिल धानुका का शहर



* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 15 अक्टूबर 2022.

शहर के विकास और खूबसूरती की बड़ाई करें तो सड़कों पर शान से घूमते गोधों को अनदेखा तो नहीं किया जा सकता। हर सड़क और हर मोहल्ला गोधों के बिना सूना सूना लगता है। 


बस! गोधों को सड़कों पर मस्ती से विचरण करते देखते हैं तो अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा का चेहरा सामने आ जाता है। मील साहेब का चेहरा भी सामने आ जाता है। शहर को चमन बनाने का वादा गंगाजल मील साहब के सामने जनता से किया। 2 दिसम्बर 2019 को कालवा ने कार्यभार ग्रहण करते हुए समारोह में कहा। मील साहब की   बहुत बड़ी गलती साबित हो गया कालवा को अध्यक्ष बनाना। मील साहब टोक नहीं सकते। कालवा इन्कार कर दे तब क्या होगा? बस,ढकी पड़ी है जब तक रहे। मील साहेब किसी अन्य को टोकने का अधिकार दे दें तो गोधों का ही नहीं पूरी नगरपालिका की व्यवस्था सुधर जाए। मील साहब को अभी सहारा देकर कालवा जी यत्र तत्र ले जाते हैं। इसका लाभ कालवा जी ले रहे हैं। कालवा जी को गलतियों पर भी टोका नहीं जा रहा। मील परिवार में अनेक समझदार हैं और सूरतगढ़ में कांग्रेस की जनता से बढ रही दूरी को देख रहे हैं। वे गंगाजल मील सा. को कुछ कह नहीं सकते। कालवा यह जानते हैं कि जब तक गंगाजल मील साथ हैं तक कोई परवाह नहीं।

कांग्रेस अपना विश्वास जनता में खो रही है लेकिन कांग्रेस में कोई बोलने वाला नहीं और ऊपर लिखने वाला नहीं। लिखें तो बहुत कुछ हो सकता है लेकिन अपने अपने स्वार्थ और मन का डर। ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया नाराज हैं मगर शिकायत लिखने में कमजोर। अध्यक्ष को सस्पेंड करने की शिकायत। अनेक पावरफुल तथ्य प्रमाण हैं। 

जनता बोलने तो लगी है कि क्या सोचा था और क्या हो गया?बस,लाऊडस्पीकर जैसी आवाज बननी बाकी है। जब जनता की आवाज लाऊडस्पीकर बनेगी तो मील साहेब को हानि होगी क्योंकि तब विधानसभा चुनाव 2023 सिर पर आ चुके होंगे।

अनिल धानुका का नाम भी अपने वचन खो रहा है। शिक्षा केंद्र संचालक नंदी शाला के अध्यक्ष बने। अब समय नहीं शहर के हालात जानने का। ऊपर से एक और पद  श्री गंगानगर जिले के मनरेगा लोकपाल बन गये। मनरेगा कार्यों पर तो गांवों में निरीक्षण के लिए पहुंच रहे हैं। समय है। शहर में घूमने गोधों को देखने का समय नहीं है। जब समय नहीं है तो अध्यक्ष का पद छोड़ने में देरी क्यों कर रहे हैं? गोधों से किसी बड़ी दुर्घटना के बाद यह पद छोड़ेंगे? गोधों को नंदी शाला पहुंचाओ या पद छोड़ो।

👍कालवा जी को शहर को समस्याओं से मुक्त करना था लेकिन खुद ही समस्या बन गए। 

👍👍 भाजपा को विरोध करना चाहिए मगर कासनिया की सहमति से बना नगर मंडल चुप है और शहर देख रहा है। भाजपा में भी ऊपर लिखने वाला और सच्चाई बताने वाला कोई नहीं। इसमें भी नाकाम नेताओं को हटाने की जरुरत है।०0०






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