शुक्रवार, 24 दिसंबर 2021

रात के अंधेरे में सूरतगढ़ रेल कर्मचारी, परिवार और आवासीय क्षेत्र: असुरक्षित हालात

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 24 दिसंबर 2021.

रेलवे के मुख्य द्वार से पुराने लोको तक के रेलवे आवास ( कॉलोनी ) रात के अंधेरे में खो जाते हैं।  स्ट्रीट लाइटें कई महीनों से रोशन नहीं हो रही है। इलाका पहले बिजली से रोशन होता था। उसके बाद सौर ऊर्जा से रोशन होने लगा लेकिन बाद में उनकी बैटरियां हटादी गई। 

 रेलवे आवासों में रहने वाले रात को ड्यूटी पर आने जाने वालों के लिए रात का अंधेरा खतरा बना रहता है। अधिकारी जिनका सार संभाल की ड्यूटी है. वे इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। अधिकारियों की इस लापरवाही से कभी भी दूर्घटना हो जाएगी। रेल आवासों के पास ही सूर्यास्त के बाद नशेड़ियों दारूड़ियों किशोरों युवकों का जमावड़ा होने लगता है। 

सूर्योदय नगरी क्षेत्र के रेल यात्रियों का भी इस इलाके से आवागमन होता है। उनके लिए भी खतरा रहता है। उनके साथ भी कभी लूटपाट छीनाझपटी आदि हो सकती है। यहां पर दिन और रात के फोटो दिए जा रहे हैं। 

* आश्चर्य यह है कि रेल कर्मचारियों के संगठन भी इस गंभीरता पर लापरवाह बने हुए हैं। ०0०


करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत )

सूरतगढ़।

94143 81356.

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