शुक्रवार, 24 दिसंबर 2021

पाक इंटेलिजेंस से संपर्क में केस संभव: सूरतगढ़ व श्रीगंगानगर इंटरोगेशन सेंटरों में पूछताछ:बड़ी खबर

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर, 24 दिसम्बर 2021.


* सूरतगढ़ लालगढ जाटान व साधुवाली छावनी क्षेत्रों में सोशल मीडिया संचालित करने वाले कुछ का पाक इंटेलिजेंस से संपर्क होने के पक्के सबूत होने की वजह सामने आई*


पाक आईएसआई एवं पाक ऑपरेटिब्ज (पीआईओ) द्वारा छदम नाम से फेसबुक आईडी बनाकर फोर कॉल करके भारत में संवेदनशील संस्थानों (छावनी क्षेत्र) के आस-पास निवास करने वाले भारतीय नागरिकों, जैसे संस्थानों में कार्यरत कार्मिकों से सोशल मीडिया के माध्यम से सम्पर्क करके सैन्य एवं सामरिक महत्व की सूचनाएं प्राप्त करने का निरंतर प्रयास किया जाता रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप उक्त लोगों के हनी ट्रेप ( प्रेम जाल) में फंसाकर व आस्था परिवर्तन करवाने में सफल होने के उपरन्त सूचना साझा करने के काफी प्रकरण भी समय-समय पर देश के विभिन्न क्षेत्रों में दर्ज हुए है। 

* इस सन्दर्भ मं राज्य विशेष शाखा जयपुर द्वारा वर्ष 2021 के दौरान दर्ज करवाए गये है। 


इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु जिला श्रीगंगानगर के संवेदनशील संस्थाओं के आस-पास एवं भारत-पाक सीमा क्षेत्र में श्री उमेश मिश्रा, आईपीएस महानिदेशक पुलिस, इन्टेलीजेंस राजस्थान जयपुर द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत ऑपरेशन निगहबानी चलाया जा रहा है। 

* यह ऑपरेशन तीन क्रमबद्व चरणों में प्रारम्भ किया गया है, जिसमें राज्य विशेष शाखा, जयपुर व सीआईडी जोन श्रीगंगानगर के करीब 50 अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा प्रथम चरण में सूरतगढ, लालगढ व साधुवाली छावनी क्षेत्र व इसके आस-पस रहने वाले ऐसे व्यक्तियों की पहचान की गयी, जो किसी भी तरह से पीआईओ के सम्पर्क में है या आ सकते है। द्वितीय चरण में ऐसे चिन्हित व्यक्तियों पर तकनीकी व अन्य माध्यमों से निगरानी रखकर डेटा संकलन किया गया।

 *** अन्तिम चरण में ऐसे चिन्हित लगभग 25 व्यक्तियों को इंटेरोगेशन सेंटर सूरतगढ व गंगागनर में बुलाकर विस्तृत पूछताछ की गयी, पूछताछ के दौरान उक्त व्यक्तियों में से कुछ व्यक्तियों के पीआईओ के सम्पर्क में होने की पुख्ता जानकारी मिली है। कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के तकनीकी उपकरणों को कब्जे में लिया जाकर अग्रिम जॉंच एवं विशलेषण हेतु विधि विज्ञान प्रयोगशाला जयपुर भिजवाया जा रहा है। 

पूछताछ से प्राप्त तथ्यों एवं तकनीकी विशलेषण रिपोर्ट होने के आधार पर विधिक राय प्राप्त कर कानूनी कार्यवाही की जावेगी।


महानिदेशक पुलिस, इन्टेलीजेंस श्री उमेश मिश्रा, आईपीएस द्वारा आमजन से विशेष अपील की गई है कि पीआईओ/आईएसआई द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सएप, इंस्टाग्राम आदि के माध्यम से छद्म नामों से आईडी बनाकर सम्पर्क कर पहले आपसी सौहार्द बढाते है तथा बाद में सामरिक/सैन्य संस्थाओं के बारे में जानकारी यथा फोटोग्राफी, विडियोंग्राफी, अधिकारियों के मोबाईल नम्बर, लोकेशन आदि की मांग करते है, जिससे कुछ व्यक्तियों द्वारा जाने अनजाने में साझा कर ली जाती है, जो प्रतिबंधित है तथा राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अनुचित है। इस प्रकार के व्यक्तियों द्वारा सम्पर्क करने पर तुरन्त निकटतम सुरक्षा एजेंसियों की सूचित कर राष्ट्रीय सुरक्षा में भागीदारी बने। ०0० करणीदानसिंह राजपूत पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत) सूरतगढ़ राजस्थान 

94143 81356.




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