- करणीदानसिंह राजपूत -
सूरतगढ़ 4 सितंबर 2018.
पूर्व राज्यमंत्री रामप्रताप कासनिया ने आज नागरिकों की एक सभा में दावा किया कि सर्वे में भाजपा की सूची में उनका नाम सबसे ऊपर है। उन्होंने दावे को मजबूती देते हुए कहा कि अब तक चार सर्वे होने की सूचना है और हर सर्वे में उनका नाम सबसे ऊपर है। उन्होंने यह भी दावा किया कि गुप्तचर रिपोर्ट में भी सूचना है कि उनका नाम सबसे ऊपर है और इसकी सूचना उनको एक अधिकारी ने बताई। कासनिया ने कहा कि उसका नाम मैं यहां बता नहीं सकता और दुबारा उसको बात करने की कोशिश की मगर उसका मोबाईल नं साफ हो गया।
कासनिया ने कहा कि वे आने वाले समय में शीघ्र ही लोगों की एक महा पंचायत भी बुलाऐंगे जिसमें सभी को ःआना है और समर्थन देना है। कासनिया ने कहा कि मेरे विरोधी लोग उस महा पंचायत में पहुंचने से रोकेंगे मगर आपको आना है। कासनिया ने कहा कि वह महापंचायत मेरी तरफ से शक्ति प्रदर्शन होगा इसलिए उसमें आप सभी को आना है।
कासनिया ने एक बात साफ साफ की और कहा कि मैं आज अपने स्वार्थ के कारण आया हूं और चुनाव लडऩे के लिए मैदान में हूं।
पूर्व राज्यमंत्री ने अपने चिर परिचित अंदाज में भाषण हिंदी में शुरू किया मगर आनंद नहीं आने के कारण अपनी रोजाना की राजस्थानी भाषा में बोलना शुरू कर दिया। कासनिया का सभा के बाद में जोरदार स्वागत किया गया व लोगों ने पुष्प मालाएं पहनाई वहीं अनेक ने चरण स्पर्श करते हुए व हाथ मिलाते हुए चुनाव में साथ देने तक का वादा भी किया। कासनिया आधा घंटे से ज्यादा समय बोले जिसमें उन्होंने कहा कि वे किसी भी राजनेता का नाम लेकर विरोध नहीं करेंगे।
कासनिया ने नगरपालिका के निर्माण कार्यों में व्यापक भ्रष्टाचार होने का ख्ुालासा किया व गौरव पथ व अन्य सड़कों के घटिया निर्माण का आरोप लगाया। नगरपालिका के कार्यों का वर्णन करते हुए उन्होंने विधायक,चेयरमेन पदों का उल्लेख किया व पार्षदों को भी कोसा कि वे भी सही नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि सभी पार्षद गलत नहीं है मगर पार्षद चाहें तो निर्माण कार्य घटिया नहीं हो सकते। कासनिया ने नहीं बोलने के लिए खुद को भी दोषी करार किया कि पार्टी के कारण वे नहीं बोले, अगर बोलते तो कहा जाता कि पार्टी का विरोध कर रहे हैं। कासनिया ने कहा कि पार्टी के अनुशासन में बंधे होने और अनुशासित साबित होने के लिए भी चुप रहे।
कासनिया ने कहा कि विरोधियों की ओर से यह प्रचारित किया जाता रहा है कि पार्टी टिकट दे तो पार्टी का नहीं तो निर्दलीय। कासनिया ने कहा कि उन्होंने 2013 के चुनाव में पार्टी की नीति के अनुसार सूरतगढ़ व पीलीबंगा सीटों पर कार्य किया व दोनों सीटें भाजपा को जितवाई। कासनिया ने कहा कि पिछले चुनाव के समय गुलाबचंद कटारिया ने फोन करके पार्टी के लिए अपने को कुर्बान होने का कहा और उनके कहे अनुसार स्वयं को दिन रात होम दिया।
कासनिया ने कहा कि वे चाहे पिछले चुनाव 2013 में नहीं उतरे लेकिन 2008 में तीसरे नंबर पहुंचाए जाने के बावजूद जो भी आया उसका वाजिब कार्य कराने में दस सालों तक दिन रात सेवा की है।
कासनिया ने यह भी बताया कि सन 2003 में वे पीलीबंगा से जीतने के बाद विधानसभा क्षेत्र में पडऩे वाले सूरतगढ़ तहसील के ग्रामों में खूब कार्य किए। उन्होंने कहा कि साढ़े सात हजार लोगों को जमीन के खातेदारी अधिकार दिलाए जिसमें टीसी जमीनें और बालिग पुत्रों की जमीने थी। उन्होंने कहा कि एक परिवार में कमसे कम 5 सदस्य मानें तो साढे सात हजार परिवारों के पैंतीस हजार वोट बनते हैं। उन्होंने कहा कि खातेदारी मुफ्त में दी गई और उस समय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भरपूर सहयोग रहा जिससे वह महान कार्य हो पाया था।
कासनिया ने कहा कि मैं सिंगरासर माईनर निर्माण कराने का झूठा वादा नहीं कर सका क्योंकि यह स्पष्ट था कि नहर में पानी ही नहीं है तो पानी मिलेगा कहां से।
कासनिया ने कहा कि मैं एक बात साफ कहना चाहता हूं कि जनता का जो भी वाजिब काम होगा उसको कराने में आगे रहूंगा लेकिन गलत करने का कार्य नहीं करूंगा।
कासनिया रेल लाईन पार के क्षेत्र सूर्याेदय नगरी के मिनिमार्केट में सभा को संबोधित कर रहे थे।
चुनाव में भाजपा की ओर से ही उतरने के लिए कासनिया शहर में लगातार संपर्क करने में लगे हुए हैं तथा गांवों में भी पहुंच रहे हैं।